वायुसेना के अभ्यास अस्त्रशक्ति-2023 के दौरान सतह से हवा में मार करने वाली आकाश मिसाइल की सिंगल फायरिंग यूनिट से एक साथ चार टारगेट को नष्ट कर दिया गया। इसी के साथ भारत सिंगल फायरिंग यूनिट से ऐसा करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। अभ्यास के दौरान वायुसेना ने ‘समर’ एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम का भी आंध्रप्रदेश में सूर्यलंका तट पर सफल परीक्षण किया.
अस्त्रशक्ति-2023...
देश के इन-हाउस डिजाइन और डवलपमेंट प्रयासों की दिशा में यह बड़ी सफलता है। वायुसेना ने इसे अपने पुरानी रूसी मूल की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणालियों का इस्तेमाल कर विकसित किया है। वायुरक्षा प्रणाली ‘समर’ को वायुसेना की मेंटेनेंस कमांड के तहत एक यूनिट ने डवलप किया है। इस मिसाइल सिस्टम को पहली बार अभ्यास में शामिल किया गया। इसका मकसद सतह से हवा में मार करने वाली हथियार प्रणालियों का परीक्षण करना और उनके ऑपरेशनल फील्ड ट्रायल को अंजाम देना था। भारतीय वायुसेना ने इस प्रणाली का 12 दिसंबर को परीक्षण किया था। इसकी जानकारी डीआरडीओ ने एक्स पर रविवार को दी।
25 किलोमीटर रेंज
पूरी तरह स्वदेशी...
आकाश हथियार प्रणाली पूरी तरह स्वदेशी है। इसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (बीडीएल) के साथ मिलकर बनाया है।