श्री गुरु सिंह सभा दयालबंद में सिख धर्म के नौवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी का शहीदी पर्व बड़े ही श्रद्धा एवं भावना पूर्ण मनाया गया गुरु तेग बहादुर जी का संपूर्ण लासानी जीवन का हर एक पहलू विशेष महत्व रखता है हिंदू धर्म को बचाने के खातिर उन्होंने अपने आप की कुर्बानी दी वह हिंद की चादर ही नहीं बल्कि समस्त मनुखता की चादर बने औरंगजेब द्वारा उनका धर्म परिवर्तन के लिए बहुत सी यातनाएं दी गई और वह अपने धर्म में पक्के रहकर अपना शीश देने के लिए तैयार हो गए साथ साथ तीन गुरुसिख जो गुरु जी के साथ दिल्ली आए थे
उन्होंने भी महान शहीदी में गुरु जी का साथ दिया उन महान शहीदों की शहादत को याद करते हुए गुरुद्वारा साहिब में दो दिनों से कीर्तन दरबार और आज दोपहर में विशेष कीर्तन दरबार जो भाई साहब भाई गुरबचन सिंह अमृतसर वालों द्वारा एवं कथा विचार हेड ग्रंथि मानसिंह एवं भाई बलबीर सिंह द्वारा कीर्तन दरबार सजाया गया जिसकी समाप्ति उपरांत गुरु का अटूट लंगर भी वारताया गया इस शहीदी पर्व को मनाने हेतु गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी दयालबंद के सभी सदस्यों पंजाबी युवा समिति पंजाबी सेवा समिति खालसा सेवा समिति पंत प्रचारक कमेटी स्त्री सत्संग श्री सुखमणि साहिब सर्किल आदर्श महिला समिति के सदस्य गुरमत ज्ञान समिति के सदस्य सभी कार्यरत रहे