प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सैलजा और पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के खिलाफ बयानबाजी पर कांग्रेस सख्त हो गई है। इसके साथ ही रामानुजगंज से पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह को छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस जारी करते हुए पीसीसी ने 3 दिन में बृहस्पत से लिखित में जवाब मांगा है। बृहस्पत पर पार्टी की छवि धूमिल करने का आरोप लगा है. जिसके चलते उन्हें नोटिस जारी किया गया है.
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हार के बाद कांग्रेस के पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने पीसीसी चीफ से लेकर टीएस सिंहदेव पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि PCC प्रभारी कुमारी सैलजा को जल्द हटाया जाए। कुमारी सैलजा प्रभावशील नेताओं के हाथों बिक गई थीं। TS सिंहदेव को हीरो की तरह प्रमोट कर रही थी। कुमारी सैलजा हीरोइन की तरह फोटो खिंचवा रही थी। बृहस्पत सिंह ने कहा कांग्रेस नेताओं का घमंड सर चढ़कर बोल रहा था।
विनय जायसवाल ने पीसीसी प्रभारी चंदन यादव पर लगाए ये गंभीर आरोप
दूसरी ओर, कांग्रेस की हार पर अब पूर्व विधायक पार्टी के नेताओं पर ही हमला कर रहे हैं। चुनाव खत्म होने के बाद मनेंद्रगढ़ के पूर्व विधायक विनय जायसवाल का बड़ा बयान सामने आया है। विनय जायसवाल ने PCC प्रभारी सचिव चंदन यादव पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मुझसे 7 लाख रुपए लिए। टिकट की लांबिंग के लिए रिश्वत का आरोप भी लगाया। टिकट कटने पर पूर्व विधायक विनय जायसवाल का दर्द तो छलका ही था। वहीं, अब चुनाव में मिली करारी हार के बाद उन्होंने कांग्रेस को मिली करारी हार का जिम्मेदार छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव को ठहराया है। इतना ही नहीं, PCC प्रभारी सचिव पर आरोप लगाते हुए कहा कि चंदन यादव ने मुझसे पैसा लिया है।