रायपुर। छत्तीसगढ़ योग आयोग के योग साधकों ने आयोग के निवृतमान अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा और सदस्यों को भावभीनी विदाई दी। इस दौरान सभी ने पिछले तीन साल के कार्यकाल को याद किया। कोरोना महामारी के समय योग से लोगों को सबसे ज्यादा लाभ हुआ। इस समय में जब दवाइयाँ बेअसर साबित हो रही थी तब योग ने लोगों को स्वस्थ रखा।
राजधानी के फुंडहर स्थित योग भवन में आयोजित इस विदाई समारोह में आयोग के निवृतमान अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा, सदस्यगण रविंद्र सिंह, राजेश नारा, गणेश नाथ योगी सहित आयोग के सचिव श्री एम एल पाण्डेय उपस्थित थे। योग आयोग के इस कार्यकाल में योग को गाँव गाँव पहुँचाने के लिए काम किया गया। योग के प्रचार प्रसार से स्कूल कॉलेज और बाग बगीचों में रोजाना योग अभ्यास हो रहे हैं। आदिवासी अंचल कोंडगांव में पहली बार गर्भवती महिलाओं के लिए शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में रविशंकर विश्वविद्यालय के योग विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ भगवंत सिंह, एम्स रायपुर के एनोटॉमि विभाग के प्रो डॉ मृत्युंजय राठौर, पतंजलि योगपीठ के प्रदेश उपाध्यक्ष छबि राम साहू, सहायक संचालक श्याम सुंदर रैदास, प्रभारी अधिकारी रविकांत कुंभकार, अश्विनी जग्गी आर्ट ऑफ लिविंग, हास्य योग के छत्तीसगढ़ प्रमुख मूलचंद शर्मा, मंजू सिंह ठाकुर अग्रसेन महाविद्यालय, मंजू शुक्ला NIT रायपुर, डिलेश्वरी साहू देवसंस्कृति महाविद्यालय, सी एल सोनवानी, ज्योति साहू, मीना पिंजनी, रजनी पिंजनी, नरेन्द्र पांडेय, राजू शर्मा, बाबूलाल साहू, जयप्रकाश दुग्गड़ के साथ साथ समस्त निःशुल्क नियमित योगाभ्यास केन्द्र के योग प्रशिक्षकगण व आयोग कर्मचारी उपस्थित थे।