ठंड से ठिठुरते असहाय जनों को रेखा ने दिलाया आश्रय दिसंबर की कंपकपाती ठंडी जब हर कोई रजाई में दुबका हुआ ठंड का आनंद ले रहा था सड़क पर आवागमन भी नगण्य था उस समय एक समाज सेवी ने संस्था सेवा एक नई पहल की संयोजिका रेखा आहुजा को कॉल कर सूचित किया कि एक बुजुर्ग विगत दो दिनों से जरहा भाटा सिंधी कॉलोनी रोड धन गुरु नानक दरबार जी के सामने ठिठुरता पड़ा है और कोई उनका संज्ञान नहीं ले रहा ~ फोन पर मैसेज मिलते ही ढलती शाम को 6 बजे जाकर उस बुजुर्ग की काउंसलिंग कर विश्वास में लिया और फ़िर उसे जोरा पारा सरकंडा स्थित वृद्धाश्रम में आश्रय दिलवाया ~
दो दिवस बाद ही उस्लापुर रेलवे स्टेशन से दो जागरूक नव युवकों ने रेखा आहुजा को फोन कर सूचित किया की एक महिला रेलवे टिकट बुकिंग ऑफिस के पास बैठी कंपकंपा रही है और गरम कपड़े के नाम पर एक झीनी सी साड़ी मात्र पहनी है ~ किसी अनहोनी की आशंका से ग्रस्त हो रेखा जी ने सब कार्य छोड़ महिला को लाइन अप कर सुरक्षा और पूर्ण सहयोग का आश्वासन दे दोनो युवाओ भुनेश्वर पटेल व अभिषेक के सहयोग से जोरा पारा स्थित सुवानी आश्रम में शिफ्ट किया ~ उपरोक्त जानकारी देते हुए संस्था के संयोजक सतराम जेठमलानी ने बताया कि पूर्व में भी रेखा जी ने कई निराश्रित प्रभु जनों की काउंसलिंग कर उन्हे विश्वास में ले कोरबा स्थित सर्व सुविधा युक्त अपना घर आश्रम में निशुल्क आश्रय दिलवा चुकी है ~ संवेदन शील समाज सेविका रेखा जी ने आम जन मानस से अनुरोध किया कि अगर इस शीत लहर की चपेट में कोई असहाय अंजान बेसहारा आपको मिले या दिखे तो सर्व प्रथम आप उनके लिए स्वयं प्रयास करे अन्यथा हमारी संस्था के सदस्यों को सूचित करें हम सब मिल यथा संभव प्रयास करेंगे की किसी निराश्रित प्रभु जन को समुचित आश्रय मिले।
विनित ~
सतराम जेठमलानी
संयोजक सेवा एक नई पहल ,
बिलासपुर (छ ग ) ।
9301159353