आज राज्य शासन ने सात आईएएस अफसरों के तबादला आदेश जारी किए हैं। जारी आदेश में राजनांदगांव नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार को छत्तीसगढ़ के दूसरे महत्वपूर्ण नगर निगम बिलासपुर का आयुक्त बनाया गया है। बिलासपुर प्रदेश का महत्वपूर्ण नगर निगम होने के साथ ही प्रदेश की दूसरी स्मार्ट सिटी हैं। नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव बिलासपुर से ही आते हैं।
आईएएस अमित कुमार छत्तीसगढ़ कैडर के 2019 बैच के आईएएस अफसर हैं। उन्होंने टॉप 100 के अंदर रैंक लाकर यूपीएससी में चयन पाया था। वर्तमान में उनकी पदस्थापना राजनांदगांव जिला पंचायत सीईओ के पद पर है। आईएएस अमित कुमार मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं पर उनकी स्कूलिंग छत्तीसगढ़ में ही हुई है। अमित कुमार के पिता एसईसीएल में नौकरी करते थें। उनकी पोस्टिंग वर्तमान सूरजपुर ( पूर्व में अंबिकापुर) जिले के भटगांव में थी। अमित का जन्म छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में ही 1 जुलाई सन् 1993 को हुआ था। पिता की नौकरी के कारण अमित कुमार की स्कूलिंग छत्तीसगढ़ में हुई है। उनकी पढ़ाई भटगांव के डीएवी स्कूल में हुई है। अमित कुमार ने स्कूलिंग पूरी करने के बाद आईआईटी आईएसएम धनबाद से ग्रेजुएशन और अप्लाईड जिओलॉजी में मास्टर्स किया है। यूपीएससी में सलेक्ट होने से पूर्व कुछ समय तक अमित कुमार ने सेल कंपनी में इंटर्नशिप भी किया है।
2016 में पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद अमित कुमार ने आईएएस की तैयारी शुरू की। उन्होंने प्रथम 2017 में दिया। प्रथम प्रयास में प्री एग्जाम तो क्लियर किया पर मैंस निकाल कर वे इंटरव्यू में नही पहुंच पाए। अपने दूसरे प्रयास में अमित कुमार ने रणनीति बनाकर तैयारी की और 91 रैंक लाकर सफलता हासिल की। अमित कुमार ने यूपीएससी मुख्य परीक्षा में जियोलॉजी सब्जेक्ट ऑप्शनल के रूप में लिया था। जियोलॉजी सब्जेक्ट से ही उन्होंने ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन किया था। इस विषय में रुचि और विषय में पकड़ को देखते हुए उन्होंने यह विषय लिया और देश में जूलॉजी सब्जेक्ट से ऑप्शनल लेकर परीक्षा दिलाने वालों में सर्वाधिक नंबर प्राप्त किए।
अमित कुमार के सिलेक्शन में महत्वपूर्ण कारक निबंध के पेपर का रहा। अमित कुमार ने निबंध के लिए काफी मेहनत किया। अमित कुमार के अनुसार निबंध के लिए 50 से 60 कोट्स तैयार करने चाहिए जिन्हें विषय के अनुसार इस्तेमाल किया जा सके जिससे निबंध प्रभावशाली बनता है। अमित कुमार ने कुछ विचार को वह प्रसिद्ध हस्तियां की बातें भी याद करने की सलाह निबंध के परिप्रेक्ष्य में दिया है ताकि उन्हें भी निबंध में इस्तेमाल कर नंबर अर्जित किया जा सके। अमित कुमार के अनुसार निबंध में बैलेंसड अप्रोच लेकर सॉल्यूशन की बात करनी चाहिए और महत्वपूर्ण टॉपिक्स को हाईलाइट करनी चाहिए। अमित कुमार का मानना है कि निबंध के पेपर में अच्छे मार्क्स लाकर यूपीएससी में सफलता की राह आसान की जा सकती है। निबंध में अमित कुमार ने देश भर में सेकंड हाईएस्ट नंबर प्राप्त किए थे।
2018 यूपीएससी में 91 रैंक लाने के बाद अमित कुमार को 2019 बैच आईएएस और तमिलनाडु कैडर एलॉट हुआ था। अमित कुमार तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई और विरुदाचलम कुडाल्लोर जिले में सहायक कलेक्टर रह चुके हैं। उन्होंने कैडर चेंज पॉलिसी के तहत कैडर चेंज कर छत्तीसगढ़ कैडर चुना है।
पत्नी भी हैं आईपीएस:–
दरअसल आईएएस अमित कुमार की पत्नी पूजा कुमार भी छत्तीसगढ़ कैडर की 2020 बैच की आईपीएस अफसर हैं। केंद्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण मंत्रालय के पति पत्नी को एक साथ एक कैडर में पोस्टिंग देने के नियमों के तहत आईएएस अमित कुमार तमिलनाडु से छत्तीसगढ़ आ गए।
आईएएस अमित कुमार की पत्नी आईपीएस पूजा कुमार बिलासपुर जिले में कोतवाली सीएसपी के पद पर पदस्थ हैं। वे भी मूलतः बिहार की हैं। पर उनकी पढ़ाई पश्चिम बंगाल और दिल्ली से हुई हैं। उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में आईपीएस में चयन पाया हैं। सरकार के फैसले से पति-पत्नी को एक ही जिले में पोस्टिंग मिल गई।
अमित कुमार पूर्व में मुंगेली जिले में तीन माह एसडीएम भी रह चुके हैं। अमित कुमार अपने माता-पिता की दो संतानों में से एक है। उनके अलावा उनकी एक बहन है जो दिल्ली में डॉक्टर है।