छत्तीसगढ़ की राजधानी में बहुत सारी चर्चायें आजकल आम बात सी हो गयी है।जनता से ज्यादा अफसरों की कहानियों पर लोग चटकारे लगाते सुनाई दे दी देते है।छत्तीसगढ़ की राजधानी में अब बहुत बदलाव नजर आता है।पहले के रायपुर व अब के रायपुर में जमीन आसमान का फर्क आ गया है।ऐसी ही एक चर्चा आज कल एक युवा आईएएस की है।साहब का रहन सहन देखकर आपको ऐसा लगेगा जैसे कोई 25 वर्ष का स्मार्ट यूथ है।साहब को होटल में समय गुजारना बहुत पसंद है।महंगी होटल में साहब अकसर अपनी शाम गुजारते अक्सर नजर आते है।साहब इस होटल में अक्सर घंटो गुजारते है।साहब इस बैठक में अपने किसी खासमखास को भी बुलाकर विशेष चर्चा करते है।अपने गोपनीय कार्य के लिए आईएएस ने वीआईपी रोड की इस होटल में अपना अड्डा ही बना लिया है। खुद की सरकारी कार चलाते हुए अक्सर इस होटल में आते है।इस बड़ी होटल को अपना ठिकाना बनाया हुआ है।साहब को जीन्स टीशर्ट्स में हमेशा देखा जाता है।पिछली सरकार में भी साहब मजे में ही थे।फिर एक बार अच्छी जगह पहुँच गए है।इस सरकार में भी ज्यादा विभाग की जिम्मेदारी मिली हुई है।
सांता बंता से कहता है कि साहब होटल मालिक के साथ पार्टनर भी है।साहब की स्वर्ण पोटली बड़े व्यापारी के पास है।इसी लिए साहब अपनी सेवा यहाँ लेते रहते है।साहब का पूरा खर्च सेठ के ऊपर ही है।राजधानी के एक से एक किस्से है।एक साहब की बीड़ी तक का खर्चा सेठ उठाता है।साहब और उनके परिवार के देश के दौरे का पूरा खर्च यही सेठ उठाता है।ऐसी काफी कहानियां राजधानी के गलियारों मे लोग मजे से कर रहे है।
वैसे हर कोई कही भी आने जाने के लिए स्वतंत्र है।यहाँ बार बार एक आईएएस का होटल में आना कई सवाल खड़ा करता है।कभी कभार तो सभी लोग होटल जाते ही है पंर यह महाशय हर हप्ते या महीनों में दसों बार होटल में आना किस लिए करते है यह सवाल उठ रहा है।साहब को सरकार ने काफी बड़ा बंगला कार्यालय भी दिया हुआ है फिर होटल में बैठकी किस लिए ????