पिछली कांग्रेस सरकार में पास किए गए 2031 के मास्टर प्लान को लेकर कई खामियां सामने आने लगी हैं। कई सामाजिक और व्यापारिक संगठनों ने आरोप लगाया है कि राजधानी के बड़े बिल्डरों के इशारे पर मास्टर प्लान तैयार किया गया है। लगातार शिकायतों के बाद आवास एवं पर्यावरण मंत्री ओपी चौधरी ने पूरे प्लान की जांच करने के आदेश दे दिए हैं। इसके लिए टाउन एंड प्लानिंग विभाग के अफसरों की एक टीम बनाई जा रही है, जो जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट पेश की जाएगी। इसके बाद मास्टर प्लान बदलेगा।
शहर की कई समितियों और भाजयुमो का आरोप है कि बड़े बिल्डरों को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों को ताक पर रखकर काम किया गया है। भाजयुमो के फनेंद्र भूषण वर्मा ने इसकी शिकायत मंत्री चौधरी से की थी। मास्टर प्लान पास होने के पहले एक हजार से ज्यादा आपत्तियां सामने आई थी, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। जब यह मामला भाजपा सरकार के नए आवास एवं पर्यावरण मंत्री ओपी चौधरी के पास पहुंचा तो उन्होंने उन सभी आपत्तियों की दोबारा जांच करने का भरोसा दिलाया है जो पूरे प्रमाणों के साथ की गई थी।