जशपुर. एक तरफ लोकसभा चुनाव का आगाज याने रणभेरी बज चुकी है तो दूसरी तरफ बीते विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत से जीत हासिल कर चुकी भाजपा भी तूफानी मोड में आ गयी है लेकिन वहीं जिले में कांग्रेस अभी तक विधानसभा में हुई भारी हार के सदमे से उबर नहीं पा रही है ।
कांग्रेस और बीजेपी दोनो पार्टियों ने अपने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए है।रायगढ़ लोकसभा की बात करें तो बीजेपी से राधेश्याम राठिया और कांग्रेस से सारंगढ़ पैलेस की मेनका सिंह को उम्मीदवार घोषित किया गया है । इधर चुनाव की रणभेरी बजते ही भाजपा फिर से एक्शन में आ गयी है और "इस बार 400 पार" की थीम लेकर चुनाव प्रचार में जुट गई है लेकिन हम अगर कांग्रेस पार्टी और जशपुर जिले में कांग्रेस की स्थिति की समीक्षा करने बैठते हैं तो कांग्रेस यहाँ फिर से वर्षों पूर्व की स्थिति में खड़ी दिख रही है । सोशल मीडिया ओर कांग्रेस के व्हाट्सअप ग्रुप में कांग्रेस के जमीनी और युवा नेता इस हाल पर लगातार चिंता भी जाहिर कर रहे हैं लेकिन यहाँ का नेतृत्व अभी तक हार का शोक मनाने में जुटा हुआ है।
3 दिसम्बर को विधानसभा चुनाव के परिणाम की घोषणा के बाद से जिले के कांग्रेसी "गूलर के फूल" हो गए हैं। सोशल मीडिया में इक्के दुक्के लोगो की थोड़ी बहुत सक्रियता जरूर देखी जा सकती है लेकिन जमीन से एकमुश्त सारे कांग्रेसी गायब दिख रहे हैं।