बिलासपुर। पैसे न मिलने पर सारंगढ उपजेल के जेलर ने कैदियों को पीटा। इससे दस बंदी घायल हो गए। मामले में राज्य विधिक प्राधिकरण (सालसा) ने अब संज्ञान लिया है।
राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यपालक अध्यक्ष जस्टिस गौतम भादुड़ी ने संज्ञान लेते हुए सालसा के सदस्य सचिव को इस संबन्ध में तत्काल आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिये। इस पर डीजीपी, जेल को प्रकरण में आवश्यक जांच और कार्यवाही कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश जारी किये गये हैं। इसके अलावा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायगढ़ के जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष को भी तालुक विधिक सेवा समिति सांरगढ के माध्यम से बंदियों तथा उनके जरूरतमंद परिजनों को आवश्यक विधिक सहायता और सलाह देकर अपना प्रतिवेदन सालसा को प्रस्तुत करने के निर्देश जारी किये गये हैं। उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय द्वारा भी समय समय पर जेल बंदियों को उनके विधिक अधिकार दिलाने संबंधी आदेश दिये गए है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एवं सालसा के मुख्य संरक्षक रमेश सिन्हा द्वारा भी समय समय पर जेल का निरीक्षण कर और संज्ञान लेकर प्रदेश की जेलों में बंद कैदियों को उनके समुचित मानव अधिकारों के संरक्षण एवं जेल में उनके साथ मानवीय व्यवहार करने पर जोर दिया है।
एक बन्दी का सिर फूटा, बाकी गंभीर
सारंगढ उपजेल में जेलर द्वारा बंदियों को घर से रुपए मंगाने की मांग कर पट्टे व डंडे से पिटाई की गई। इसमें 9-10 बंदी गंभीर रूप से घायल हो गए। एक बंदी का सिर फूट गया, जिसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। इसका विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। मीडिया में भी खबरें प्रकाशित हुई हैं।