बिलासपुर.राजनांदगाव में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विरोध के बाद अब बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र में भी भिलाई के MLA देवेंद्र यादव को लोकसभा प्रत्याशी बनाए जाने का विरोध शुरू हो गया है। बिलासपुर के बोदरी नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष जगदीश कौशिक ने कांग्रेस भवन के सामने धरने पर बैठकर आमरण अनशन शुरू कर दिया है। कांग्रेस ने मंगलवार को बिलासपुर लोकसभा से भिलाई के विधायक देवेंद्र यादव के नाम को फाइनल कर दिया है, जिसके बाद से बिलासपुर के स्थानीय नेताओं व कार्यकर्ताओं के मन में विरोध का स्वर फूटने लगा है। उनके नाम की घोषणा होने के बाद से सोशल मीडिया में देवेंद्र यादव को बाहरी बताकर तरह-तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं। सवाल यह किया जा रहा है कि क्या बिलासपुर में सशक्त नेतृत्व की कमी है। देवेंद्र यादव के नाम का विरोध करते हुए नगर पंचायत बोदरी के पूर्व अध्यक्ष जगदीश कौशिक कांग्रेस भवन के सामने धरने पर बैठ गए हैं। उन्होंने अलग-अलग स्लोगन लिखकर दीवार पर पोस्टर भी चस्पा किया है। हाथ से लिखे पोस्टर में अपनी व्यथा व्यक्त करते हुए श्री कौशिक ने लिखा है की मेरी तपस्या में क्या कमी रह गई, बिलासपुर से मुझे प्रत्याशी क्यों नहीं बनाया गया? जैसे सवाल भी किए गए हैं। कांग्रेस नेता जगदीश कौशिक का कहना है कि लोकसभा सीट से गलत प्रत्याशी चयन के खिलाफ उनका प्रदर्शन है। पार्टी हाईकमान के साथ ही प्रदेश के नेताओं ने बिलासपुर के नेताओं को नजरअंदाज क्यों किया। उन्होंने कहा कि न्याय मिलने तक उनका धरना-प्रदर्शन और आमरण अनशन जारी रहेगा। जगदीश कौशिक के धरना प्रदर्शन की सूचना मिलते ही शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय पांडे और जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष विजय केशरवानी भी तत्काल कांग्रेस भवन पहुंचे और मांन मनौव्वल करते हुए श्री कौशिक को समझाने का भरपूर प्रयास किया। जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा कि धरना प्रदर्शन करने की बजाय जगदीश कौशिक को कांग्रेस का वरिष्ठ नेता होने के नाते पार्टी फोरम में अपनी बात रखने की बात उन्होंने कही। देर शाम तक जगदीश कौशिक को मनाने का प्रयास पार्टी के विभिन्न स्तर के नेता करते रहे, परंतु जगदीश कौशिक ने देवेंद्र यादव को टिकट देने के विरोध में आमरण अनशन समाप्त नहीं किया।