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छत्तीसगढ़ कांग्रेस में लगातार हलचल जारी, पार्षद सहित इन नेताओं का निलंबन हुआ रद्द

 




लोकसभा चुनाव के पहले कांग्रेस के निलंबित पूर्व विधायक डॉ. विनय जायसवाल की वापसी हो गई है। प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट के अनुमोदन के बाद विनय जायसवाल का निलंबन समाप्त कर दिया गया है। वहीं बिलासपुर मेयर रामशरण यादव का निलंबन समाप्त हो गया है।

विधानसभा चुनाव 2023 में विनय जायसवाल, रामानुजगंज के पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह, सामरी से विधायक रहे चिंतामणि महाराज और प्रतापपुर से विधायक रहे डॉ. प्रेमसाय सिंह का टिकट काट दिया गया था।


इनमें चिंतामणि महाराज ने बगावत करते हुए भाजपा प्रवेश कर लिया। नाराज विनय जायसवाल और बृहस्पति सिंह ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। 12 दिसंबर 2023 को कांग्रेस ने विनय जायसवाल और बृहस्पत सिंह को छह सालों के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया था।

शुक्रवार को आदेश जारी होने के बाद कर्मचारियों ने अपने दिल की भड़ास सार्वजनिक और सोशल मीडिया में खूब निकाली। निशाने में मुखिया मुख्य मंत्री विष्णु देव साय की जगह पूर्व कलेक्टर ओपी चौधरी रहे ..। इनके वित्त मंत्री बनने के पूर्व के बयान के वीडियो पूरे प्रदेश में शेयर हुए और खूब ट्रोल किए गए। शिक्षकों ने तो इतिहास याद दिलाते हुए संविलियन आंदोलन के दौरान


रायपुर कलेक्टर रहते हुए ओपी चौधरी की भूमिका याद की और सार्वजनिक शौचालय में ताला लगाने की घटना तक का जिक्र किया गया । कहा गया कि कलेक्टर साहब जमीनी हकीकत समझे ही नही…! मोदी की गारंटी राज्य के कर्मचारियों के लिए फेल होने का जिम्मेदार वित्त मंत्री को बताया गया।


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