जनता के बीच सहज सरल बृजमोहन अग्रवाल की लोकप्रियता का डर कांग्रेस प्रत्याशी राजनीतिक दल के नेता बृजमोहन के सामने लड़ने को तैयार नहीं यह है बृजमोहन अग्रवाल की छवि उनकी उपलब्धि
छत्तीसगढ़ के पूर्व कांग्रेस विधायक विकास उपाध्याय लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहते। पार्टी ने उन्हें रायपुर सीट से प्रत्याशी बनाया है, लेकिन वे टिकट लौटाने के लिए दिल्ली पहुंचे हैं। पार्टी हाईकमान से मिलकर अपनी जगह किसी और को टिकट देने की बात कह रहे हैं। विकास सचिन पायलट, केसी वेणुगोपाल सरीखे बड़े नेताओं से मिलकर इस कोशिश में हैं कि उनका टिकट बस किसी तरह से रद्द कर, किसी और को प्रत्याशी बना दिया जाए। पार्टी सूत्रों के मुताबिक विकास 11 मार्च को होने वाली CEC की बैठक से पहले विकास टिकट वापस करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। शनिवार को वे रायपुर लौटने वाले थे, लेकिन अब तक बात न बन पाने के कारण विकास दिल्ली में ही
इस बैठक में छत्तीसगढ़ की बाकी 5 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नामों पर मंथन होगा। उपाध्याय इस बैठक से पहले ही नाम बदलवाना चाहते हैं, ताकी नई सूची में रायपुर के लिए बदला हुआ नाम जारी किया जा सके।
विकास को बृजमोहन अग्रवाल से हार की आशंका
इस पूरे मुद्दे पर कांग्रेस में कोई आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कह रहा। मगर सूत्र बता रहे हैं कि बृजमोहन के सामने विकास को उतारे जाने से रायपुर में हार की आशंका है। विकास ने पिछले विधानसभा चुनाव में हार का दर्द झेला है। लोकसभा में भी अंजाम अच्छा न हुआ तो पॉलिटिकल करियर पर दाग लगेगा।
इस रिस्क को देखते हुए विकास हाथ पीछे खींच रहे हैं। खास बात ये है कि लोकसभा चुनाव लड़ने की मांग खुद विकास ने ही की थी, लेकिन बीजेपी ने 8 बार के विधायक और मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को प्रत्याशी बनाकर उनकी टेंशन बढ़ा दी।