बिलासपुर। डॉक्टरों ने लापरवाही की पराकाष्ठा करते हुए महिला के बाएं पैर की जगह दाहिने पैर का ऑपरेशन कर दिया गया। पीड़ित ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की। सुनवाई के बाद सिंगल बेंच ने जांच समिति ,डायरेक्टर किम्स, डायरेक्टर आरबी हास्पिटल और डॉ लालचंदानी को नोटिस जारी कर जवाब माँगा है।
बिलासपुर निवासी शोभा शर्मा के बाएं पैर में तकलीफ थी। उन्होंने स्थानीय किम्स हास्पिटल में अपना परीक्षण कराया। यहाँ बताया गया कि उनका दायां पैर ठीक है, बाएं पैर का इलाज करना पड़ेगा। सलाह दी गई कि दवा से ठीक न होने पर पैर का ऑपरेशन करना होगा। उसके बाद उसको आरबी हॉस्पिटल भेजा गया।चिकित्सकीय सलाह के बाद इनके पति रितेश शर्मा ने उन्हें आरबी हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया, जहां 6 सितंबर 2023 को ऑपरेशन की तारीख तय की गई।ऑपरेशन के बाद जब याचिकाकर्ता को ऑपरेशन थियेटर से बाहर लाया गया, तो पता चला कि बाएं की जगह दाहिने पैर का ऑपरेशन कर दिया गया है। परिजनों ने जब इस पर आपत्ति जताई तब इसी अस्पताल में दाहिने पैर की भी सर्जरी कर दी गई। इसकी शिकायत कलेक्टर से की गई। इसके बाद सीएमओ ने एक कमेटी बना दी और कमेटी ने हॉस्पिटल के पक्ष में रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी। प्रशासनिक स्तर पर कोई कार्रवाई न होने पर महिला ने वकील आंनद मोहन तिवारी के माध्यम से हाईकोर्ट में याचिका दायर की। जस्टिस पांडेय की सिंगल बेंच ने सुनवाई के बाद मामले में हुई घोर लापरवाही पर संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार की जाँच समिति, कलेक्टर बिलासपुर, आरबी हॉस्पिटल,सिम्स, और डॉक्टर लालचंदानी को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। उल्लेखनीय है कि इस मामले में शिकायत सामने आने के बाद सिम्स के सर्जरी विभाग के प्रोफ़ेसर डॉ ओपी राज की अध्यक्षता में जांच समिति बनाई गई थी।