Raipur. रायपुर लोक सभा सीट से भारतीय जनता पार्टी ने बृजमोहन अग्रवाल को उम्मीदवार बनाया है. अगर बात करें उनके राजनीतिक सफर की, तो पहली बार वे 1990 के विधानसभा चुनाव में रायपुर शहर से विधायक चुने गए. इसके बाद यह सिलसिला लगातार 2023 के विधानसभा चुनाव तक जारी है. 2018 में कांग्रेस की आंधी में रायपुर में बीजेपी का सफाया हो गया. लेकिन कांग्रेस की लहर में बृजमोहन अग्रवाल अकेले जीत के आए. 2023 की विधानसभा चुनाव में वह रिकॉर्ड 67000 वोट से जीते . अब बृजमोहन अग्रवाल लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. लेकिन लोगों में वह जीतेंगे कि नहीं इस सवाल से ज्यादा इसकी चर्चा है कि उनकी लीड कितने की होगी. उनके समर्थकों का कहना है कि रायपुर में बृजमोहन अग्रवाल नवसारी का रिकॉर्ड भी तोड़ सकते हैं.
1990 में पहली बार विधायक निर्वाचित होने वाले बृजमोहन अग्रवाल ने अपने राजनीतिक की शुरुआत भाजपा की छात्र इकाई एबीवीपी से अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत की। वे कॉलेज के छात्र संघ अध्यक्ष व भारतीय जनता युवा मोर्चा अविभाजित मध्यप्रदेश के प्रदेश उपाध्यक्ष रहें हैं। अविभाजित मध्य प्रदेश में राज्य मंत्री रहने के अलावा छत्तीसगढ़ की सरकार में तीन बार कैबिनेट मंत्री रहे हैं। भाजपा विधायक दल के सदन में मुख्य सचेतक भी रहे हैं। राजिम में राजिम कुंभ करवा कर उन्होंने राजिम कुंभ को राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्धि दिलवाई है।