रायपुर. छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाला मामले में रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। आज शराब घोटाला मामले में बयान दर्ज करवाने के लिए पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा और यश टुटेजा EOW/ACB ऑफिस पहुंचे थे, जहां से अनिल टुटेजा गिरफ़्तारी की गई है । और उनके पुत्र यश टुटेजा को रात में छोड़ दिया गया है।दरअसल कुछ दिनों पहले शराब घोटाला मामले में ED ने नई एफआईआर दर्ज की थी. सुप्रीम कोर्ट से रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा और उनके बेटे को राहत मिलने के बाद यह एफआईआर दर्ज की गई थी। बता दें छत्तीसगढ़ का कथित शराब घोटाला करीब 2000 करोड़ का है। ईडी ने इस मामले में अनिल टुटेजा सहित 70 लोगों के खिलाफ ईओडब्ल्यू , एसीबी अपराध दर्ज कराई थी । इस मामले की जांच ईओडब्ल्यू भी कर रही है. EOW ने कोर्ट से अनुमति के बाद शराब घोटाले में जेल में बंद कारोबारी, नेताओं और अफसर से पूछताछ शुरू किया है । शराब घोटाला मामले में दर्ज एफआईआर में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 और 12, 420, 467, 468, 471 और 120 बी की लगाया गया है । इस मामले में 70 नामजद लोगों पर केस दर्ज है ।
कांग्रेस सरकार में हुए घोटालों की जांच बीजेपी सरकार ने तेज कर दिया है। जैसे ही घोटालों की जांच ED ने शुरू की वैसे ही भ्रष्टचार में शामिल आईएएस और राज्य सेवा के कई अधिकारी जेल भेजे गए। भूपेश बघेल की सचिव रही सौम्या भी जेल में दिन गीन रही है। जेल में बंद आरोपी जमानत के लिए कई झूठे बहाने लगाते है । लेकिन वे सभी सफल नहीं हो पा रहे है ।
अनिल टूटेजा भ्रष्ट भूपेश सरकार का अहम किरदार की भूमिका निभा रहा था। सभी घपले -घोटाले कोयला , महादेव सट्टा ऐप , रेत , माइनिंग और शराब घोटाला, धान घोटाला सभी का कच्चा चिट्ठा और पूरा हिसाब किताब किन-किन नेताओं को कितने पैसे दिए गए पक्के सबूत अनिल टुटेजा के पास होने के प्रमाण है. अब ED की हिरासत में दोनों बाप-बेटे भ्रष्ट भूपेश सरकार का काला चिट्ठा खोलेंगे । आज ईडी के द्वारा विशेष न्यायाधीश अतुल कुमार श्रीवास्तव के न्यायालय में पिता पुत्र को पेश कर सकती हैं।