बिलासपुर. करोड़ों का खर्च भी बेकार साबित हो गया, स्मार्ट सिटी में एक मकान में आग लग गई, मां बेटे की मौत हो गई, स्मार्ट सिटी के रहवासी को नही मिली एंबुलेंस और अग्निशमन एक आग को बुझाने अग्नि शमन समय पर नहीं पहुंची , पहुंचे तो बिना आक्सीजन सिलेंडर,बिना दस्ताना पहुंचे अगर सुविधा होती और समय पर मदद मिल जाती तो शायद मां बेटे की जान बच जाती , अगर ये घटना किसी बड़े आदमी के घर में घटती तो शहर के पुरे नेता अधिकारी, व्यापारी, समाज सेवी भी मदद करने पहुंच जाते, स्कूटी सवार युवकों ने एंबुलेंस नही पहुंचने पर स्कूटी में बच्चे को अस्पताल ले गए । करोड़ों खर्च करके स्मार्ट सिटी बन रही है स्मार्ट सड़क , दीवाल में कलाकारी,और न जानें क्या क्या किया जा रहा है लेकिन आगजनी से मां बेटी को नही बचाया जा सका , ऐसी संवेदनहीन ठेकेदारों को कमाई कराने वाले कंक्रीट के स्मार्ट सिटी का क्या करेगें ।