Bilaspur.सिक्योरिटी कंपनी खुद कर रही चोरी तो अस्पताल कैसे रहे सुरक्षित भाजपा नेता ठेकेदार कई वर्षों से सिम्स हॉस्पिटल मे सिक्योरिटी एवं सफाई के ठेकेदार बुंदेला सिक्योरिटी सर्विस अकुशल कर्मचारी के भरोसे चल रही अस्पताल की सुरक्षा
सिम्स स्थित आईसीयू से एसी का कॉपर वायर चोरी मामले में एक दिन पहले कलेक्टर के निर्देश पर सिटी कोतवाली में अपराध दर्ज किया गया। सिटी कोतवाली पुलिस ने अपराध दर्ज करने के बाद पुलिस कप्तान के निर्देश पर अभियान चलाकर आरोपियों को धर दबोचा है। पुलिस ने अपराध दर्ज होने के चन्द घंटों बाद चोरी की संपत्ति को भी बरामद कर लिया है। पुलिस के अनुसार चोरी में पकड़े गए सभी आरोपी सिक्योरिटी गार्ड के कर्मचारी हैं।
आपरेशन प्रहार अभियान के तहत पुलिस कप्तान रजनेश सिंह के निर्देश पर सिटी कोतवाली पुलिस ने सिम्स से एसी कॉपर वायर चोरी के आरोपियों को धर दबोचा है। जानकारी देते चलें कि दो दिन पहले सिम्स का निरीक्षण करने पहुंचे। पत्र पत्रिकाओं में कापर चोरी माामले को लेकर कलेक्टर ने अस्पताल का निरीक्षण किया। एसी बन्द होने और कॉपर वायर चोरी को लेकर प्रबंधन को कलेक्टर ने जमकर फटकारा। और बुन्देला स्कूरिटी एजेन्सी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया।
मामले में सिम्स डाॅ. विवेक शर्मा सिटी कोतवाली में कापर चोरी का रिकार्ड दर्ज कराया। रिपोर्ट में बताया गया कि 27 मार्च से 8 अप्रैल के बीच कॉपर वायर की चोरी हुई है। पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 380 के तहत अपराध दर्जन कर पतासाजी अभियान चलाया। इस दौरान मुखबीरों को भी दौड़ाया गया। मुखबीर ने बताया कि बुन्देला सिक्यूरिटी एजेंसी का कर्मचारी किशन आडिल और प्रदीप कचेर चोरी के ए.सी. कापर पाईप को मन्नू चैक स्थित गणेश मौर्य के कबाडी दुकान में बेच रहे है। दोनों गुरूघासीदास मंदिर तारबाहर थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं।
मुखबिर के निशानदेही पर मन्नू चैक स्थित गणेश मौर्य के कबाडी दुकान से घेराबंदी कर दोनों आरोपियो को पकडा गया। आरोपियों ने सिम्स अस्पताल से ए.सी. पाईप चोरी का जुर्म कबूल किया। आरोपियों ने बताया कि कापर वायर गणेश मौर्य की कबाडी दुकान में बेचा है। पुलिस ने कार्रवाई कर कापर पाईप कबाडी गणेश मौर्य के दुकान और आरोपी के घर से बरामद किया। आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है।
अतिरिक्त पुलिस कप्तान ने बताया कि विवेचना के दौरान पता लगाया जा रहा है कि मामले में क्या सिम्स स्टाफ की संलिप्तता है। आश्चर्य की बात है कि चोरी के महीनों बाद भी रिपोर्ट नहीं कराया गया। बहरहाल मामले में जांच चल रही है। चोरी में शामिल किसी को भी नहीं छोडा जाएगा।