Bilaspur. एक दैनिक समाचार पत्र में बिलासपुर शहर के निगम आयुक्त श्री अमित कुमार ने एक बयान दिया है जिसमे उन्होंने कहा है कि *“बिलासपुर के नागरिक स्मार्ट नहीं है,”* इस बात से आयुक्त क्या कहना चाह रहे है,क्या ये गाली है बिलासपुर के नागरिकों के लिए या कुछ और। आख़िर बीजेपी सरकार में अधिकारी बिलासपुर की जनता का अपमान क्यों कर रहे है।इतनी बड़ी बात आज तक किसी अधिकारी ने बिलासपुर की जनता के लिए नहीं किया है जो आज बीजेपी शासन में यहाँ बिलासपुर में कही है,इसका कारण ये है कि बिलासपुर के भोलेभाले और सीधे लोग लोग सभी अधिकारियों को अत्यंत सम्मान देते है और अधिक आदर भाव पाने के बाद अधिकारी नागरिकों को कुछ नहीं समझते है।
अधिकारियों का तानाशाही व्यवहार नागरिकों के लिए ख़तरनाक है,आज हम देख रहे है किस प्रकार से बिलासपुर में ग़रीबों के ऊपर बुलडोज़र चलाया जा रहा है लोग दया करने को कह रहे है लेकिन बीजेपी सरकार के अधिकारी किसी की सुन ही नहीं रहे है ये व्यवहार बिलासपुर के लिए घातक है।
आयुक्त महोदय को शायद बिलासपुर की पृष्ठ भूमि पता नहीं है कि किस प्रकार से बिलासपुर में रेलवे का ज़ोन कार्यालय,हाई कोर्ट,सेंट्रल यूनिवर्सिटी और अन्य संस्थान आये है जिसके कारण बिलासपुर का गौरव बढ़ा है एसे में इतने बड़े अधिकारी का बिलासपुर का अपमान करना आख़िर हिम्मत कैसे हुई,इसके लिए शायद जवाब है बीजेपी सरकार का अहंकार।
बिलासपुर की जनता के साथ अन्याय किया गया और सब सहन कर लिया गया,कैसे सीवरेज योजना में वर्षों तक बिलासपुर को गड्ढे में रहना पड़ा,शायद आयुक्त भूल गए,कैसे अरपा को लेकर पूर्व मंत्री झाँसा देते रहे और आज दोनों बैराज और सड़क बन रही है जो कांग्रेस की देन है कैसे नौ साल में ओवर ब्रिज बनाए बीजेपी ने ये सब कैसे भूला जा सकता है कांग्रेस ने तीन साल में तिफ़रा का बड़ा ब्रिज बना दिया जो शहर की जनता के काम आ रहा है।मिट्टी तेल गली,व्यापार विहार रोड,नेहरू चौक से सकरी की सड़क भी कांग्रेस की ही देन है वरना बीजेपी ने तो बिलासपुर को खोदापुर और चाकूपुर ही बनाया है।आयुक्त महोदय को बिलासपुर की जनता से माफ़ी माँगनी चाहिए या फिर माना जाये कि ये सब बीजेपी करवा रही है।