धमतरी। जिले में भले ही चार पांच खदाने वैध है, मगर अवैध खदाने भी खूब चल रही यह तो सभी को मालूम है फिर इन खदानों को बगैर संरक्षण नहीं चलाया जा सकता। यह भी सभी जानते है। फिर संरक्षण यदि तगड़ा हो तो व्यक्ति फिर विवाद और रंगदारी करने से भी परहेज नहीं करता, जिले में कुछ ऐसा ही चल रहा है। जिसकी वजह रेत कारोबार में कब्जा माना जा रहा है जोकि आसानी से समझ में भी आता है। मालूम हो कि जिले में रेत कारोबार को लेकर प्रतिस्पर्धा तो है। दूसरी तरफ अब कब्जे की बात भी लगातार सुनाई दे रही है। जिसका सीधा मतलब यह है कि अपने क्षेत्र के प्रतिद्वंदी और छोटे कारोबारियों को पनपने न दिया जाए या फिर उनका काम अटका दिया जाए। कुछ ऐसी ही शिकायत इस व्यवसाय से जुड़े बहुत से कारोबारी कर रहे है जो कुछ अफसरों पर संरक्षण का भी आरोप लगाते है। उनका कहना है अक्सर ही छोटे कारोबारियों को नियमो का हवाला देकर उनकी वाहनों समेत अन्य पर कार्रवाई कर दी जाती है। जबकि बड़े कारोबारी जोकि अवैध काम भी कर रहे है। उधर अफसर झांकते भी नहीं है। आरोप तो यह भी है कि कुछ सफेदपोश लोगों की वजह से अफसर भी उन्हें नजरअंदाज कर देते है और उनकी ओर रुख नहीं करते। फिर मजे की बात यह भी है कि छोटे कारोबारियों की गाड़ी समेत अन्य सामग्री यदि पकड़ी जाए तो 20 25 दिन तक छूटती भी नहीं है। जबकि यह इसी जिले में देखा जा रहा है, दूसरे जिलों में ऐसा नहीं होता है। दूसरे जिलों में जुर्माना आदि कर दो तीन दिन में गाड़ियां छूट जाती है। बहरहाल इन सब मामलों को लेकर अब शिकायत की तैयारी भी इस व्यवसाय से जुड़े लोग कर रहे है। क्योंकि किसी की भी गाड़ी यदि इतने दिनों तक खड़ी रहेगी तो गाड़ी मालिक का व्यवसाय तो बंद होगा ही वह कर्जे में भी आ जायेगा ऐसा भी मालिको का कहना है। बहरहाल इधर मगरलोड क्षेत्र के एक रेत भण्डारण के पास दो कारोबारियों ने दो युवकों के साथ मारपीट की है। इस मामले की शिकायत मगरलोड थाने में भी हुई है और उन दो कारोबारियों पर मारपीट का मामला भी पुलिस ने दर्ज किया है। बहरहाल रेत के खेल में अब प्रतिस्पर्धा के साथ कब्जा और विवाद की भी इंट्री हो गई है, इसमें आगे और क्या क्या होता है, यह देखना दिलचस्प होगा।
रेत कारोबार में किसका कब्जा.....सफेदपोश और अफसर किसके साथ ?किसके साथ हो रहा भेदभाव?, कौन कर रहा विवाद चर्चा व्याप्त, इधर दो पर अपराध दर्ज
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June 12, 2024
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