Bilaspur.कल 25 जून को गृहमंत्री विजय शर्मा बिलासपुर दौरे पर थे। यहां उन्होंने जब यह कहा कि पहले तो पुलिस एफआईआर ही नहीं लिखती थी तो उन्होंने अपने ही पुलिस का मनोबल तोड़ दिया। जिस मंत्री को अपने ही विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों की कार्य क्षमता पर भरोसा ना हो वह उसे विभाग का नेतृत्व कैसे करेगा।
एक तरफ मंत्री महोदय लॉ एंड ऑर्डर पर अपनी पीठ ठोक रहे हैं दूसरी तरफ गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में दिन दहाड़े सारेआम एक युवती की चाकू मार कर हत्या कर दी जाती है। देर रात तक शहरी क्षेत्र में शराब पड़ोसी जा रही है और युवक युवतियों हाथ में शराब की बोतल लेकर सड़क पर झगड़ते देखे जा सकते हैं।
निजात अभियान में केवल फूंकने और चालान का काम हो रहा है। पूरे राज्य में गांजा सहित, ड्रग का बड़ा कारोबार हो रहा है। ट्रेन में इंजन एक हो दो हो या तीन यदि लोको पायलट कुशल नहीं तो इंजन की संख्या से कोई फर्क नहीं पड़ता। पूरे प्रदेश में बलौदाबाजार की घटना के बाद आम जनता का विश्वास प्रशासनिक व्यवस्था से उठ रहा है। जनता अब पोस्टर पर नहीं मन ही मन बोल रही है अब ना साहबो मौका मिलही बदल देबो।