बिलासपुर.आंख मिचौली और बिजली दर में बढ़ोतरी को लेकर आमजनता की परेशानी बढ़ने लगी है। लोगों की दिक्कतें ऐसी कि बिजली अफसर भी नहीं सुन रहे हैं। खेती किसानी का सीजन भी शुरू हो गया है। रोपाई पद्धति से खेती करने वाले किसान भी बिजली गुल होने से परेशान हैं। जिला कांग्रेस कमेटी ने आम लोगों और किसानों की समस्या को देखते हुए शुक्रवार से जिले में हल्ला बोल कर दिया है। शुक्रवार को जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी की अगुवाई में सैकड़ों की संख्या में कांग्रेसजन तिफरा सीएसईबी मुख्यालय पहुंचे और जमकर प्रदर्शन किया। कांग्रेसजनों की भीड़ को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। कांग्रेसी हाथ में लालटेन लिए और बिजली कंपनी के रवैये के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते रहे। विरोध का आलम ऐसा कि राहगीर भी ठहरते रहे और अपनी सहभागिता निभाते रहे।
जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी ने धरना प्रदर्शन में उपस्थित कांग्रेसजनों,ग्रामीणों व युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि बिजली उत्पादन और वितरण की दृष्टि से छत्तीसगढ़ सरप्लस राज्य है। हमारी बिजली से मध्यप्रदेश,गोवा,सहित कई प्रदेश रोशन होते है , पर अब छत्तीसगढ़ स्वयं अंधेरे में रात गुजारने को मजबूर है। राज्य सरकार की गलत नीतियों का खामियाजा आमजनों के साथ किसानों को भुगतना पड़ रहा है। राज्य में औद्याेगिक निवेश के लिए अन्य राज्यों के उद्योगपतियों के आकर्षित होने का एकमात्र कारण सरप्लस बिजली है। बिजली सरप्लस होने के बाद भी ना तो आपूर्ति सही ढंग से हो रही है और ना ही औद्योगिक प्रतिष्ठानें चल पा रही है। बार-बार बिजली गुल होने का खामियाजा औद्योगिक संस्थानों को उठाना पड़ रहा है। शहर अध्यक्ष विजय पांडेय ने कहा कि भीषण गर्मी मर बिजली बंद होना बीमार, वृद्ध , बच्चो के लिए बड़ा कष्ट दायक है। महापौर राम शरण यादव ने कहा कि भाजपा के सत्ता में बैठते ही रायपुर ट्रांसफार्मर अग्नि कांड होना भी एक रणनीति लगती है । पूर्व मंडी अध्यक्ष राजेंद्र शुक्ला ने कहा कि बिल बढ़त है साय साय अऊ बिजली जात हे भाय भाय ।
हमारी सरकार में बिजली बिल हाफ
जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा कि राज्य में जब कांग्रेस की सरकार थी तब लोगों को राहत देने के लिए बिजली बिल हाफ योजना चलाई जा रही थी। इससे लोगों को राहत मिल रही थी। बिजली आपूर्ति व्यवस्था भी दुरूस्त थी। सभी उपभोक्ताओं को 400 यूनिट तक हाफ बिजली बिल ले रही थी। छह माह पूर्व भाजपा सत्ता में आई तो ऐसी कौन सी परिस्थिति निर्मित हो गई या कर दी गई कि अब लगातार बिजली गुल हो रही है।
विजय केशरवानी ने कहा कि बिजली की कटौती भाजपा सरकार की रणनीति का एक हिस्सा है। विभाग वही,अफसर वही तो फिर गफलत कहां है। ऐसा लगता है कि रेल या अन्य उपक्रमों की तर्ज पर छत्तीसगढ़ बिजली बोर्ड को भी निजी हाथों में सौंपने की भूमिका तो नहीं बनाई जा रही है। छत्तीसगढ़ एक प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण राज्य है ,जहां पानी,जमीन ,कोयला की प्रचुरता है, भाजपा की निजीकरण वाली सोच छत्तीसगढ़ की जनता के साथ बड़ा धोखा होगा। लगातार बिजली बन्द होने से उद्योग, कृषि, व्यापार पर बुरा प्रभाव पड़ा रहा है।
दो घंटे तक चला हल्ला बोल
विरोध का आलम ये कि धरना प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में शामिल कांग्रेसजनों ने जमकर प्रदर्शन किया। अधिकांश कांग्रेसजनों के हाथ में लालटेन नजर आ रहा था। बिजली कंपनी और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी होते रही। तकरीबन दो घंटे तक कांग्रेसजनों ने मुख्य गेट के सामने प्रदर्शन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस के जवान और अफसरों की तैनाती रही। आभार प्रदर्शन ब्लाक अध्यक्ष लक्ष्मी नाथ साहू ने किया । इस अवसर पर गीतांजलि कौशिक,आदित्य दीक्षित ,कन्हिया गंधर्व , बिहारी देवांगन , झागर राम सूर्यवंशी रमेश सूर्या ,राकेश शर्मा,महेश दुबे, नानक रेलवानी ऋषि पांडेय,समीर अहमद, सीमा घृटेश, अमित यादव,राजू यादव,जोगिंदर सलूजा,जगदीश कौशिक,पवन साहू, पार्षद पुष्पेंद्र साहू,रवि साहू, सूरज नेताम, रामा बघेल मनहरण कौशिक, विमल अग्रवाल संत सर्वे महेश ठाकुर महेंद्र कौशिक गौरव एरी, सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस जन उपस्थित थे।
रेल रोको आंदोलन का दिखा असर
ट्रेनों के परिचालन की मांग को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी की अगुवाई में कोटा में हुए रेल रोको आंदोलन हुआ था। शुक्रवार को आरपीएफ ने रेलवे कोर्ट में जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी सहित एक दर्जन कांग्रेसजनाें के खिलाफ चालान पेश किया। इसे लेकर राजनीतिक अटकलबाजी चलती रही। धरना स्थल पर कांग्रेसजन इस बात को लेकर चर्चा भी करते रहे कि आंदोलन को निष्प्रभावी बनाने इस तरह की कोशिश की जा रही है। धरना प्रदर्शन के बाद विजय कांग्रेसजनों के साथ रेलवे कोर्ट पहुंचे व जमानत कराई।