Bilaspur. व्यापर में ज्यादातर ध्यान बेचने पर रहता है, न की सामान खरदने के बाद उपभोक्ता की परेशानी के निवारण पर. अक्सर देखा गया है, TV, Fridge, Automobile और अन्य वस्तुएं खरीदने के बाद उपभोक्ता परेशान होता है. बेच देने के बाद Retailer उंसकी सुनता नहीं. यानि की वो after sales service के लिए परेशान होता है. अब समझते है आफ्टर सेल्स सर्विस आखिर है क्या ? मान लीजिए आपने एक फ़ोन खरीद लिया, उसकी वारंटी पीरियड खत्म हो गयी और उसके बाद फ़ोन में कुछ खराबी आई. ऐसी स्तिथि में आप retailer के पास जाएंगे और चाहेंगे की मदद मिले. इस परिस्थिति बहुत कम retailer सही मदद कर पाते है. कई बार समस्या का समाधान उनके पास होता है फिर वे इंट्रेस्ट नहीं दिखते. इसी को after sales service कहा जाता है, यानि सामान बेचने के बाद जब आप परेशानी में हो अब आपकी कितनी मदद कर रहा है.
ये सिर्फ Ac Fridge TV तक सिमित नहीं है,EV में भी अभी फ़िलहाल यही देखने को मिल रहा है. Retailer का ध्यान बेचने पर है, उसके बाद सर्विस पर नहीं. कई बार coustomer द्वारा वाजिब दाम मांगने पर retailer ये कह देते हैं की कम दाम गाडी ले जाएये, उसके बाद परेशानी होगी तब नहीं आएयेगा . OLA के केस में तो उपभोक्ता एक महीने से ज्यादा परेशान हो जाता है. वारंटी होने के बाद मदद नहीं मिलती.
electric one ने इस स्तिथि को सही से समझा है. संचालकों से बात करने पर कहना था कि कोशिश ये होती है की वारंटी ख़त्म होने के बाद भी उपभोक्ता ज्यादा परेशान न हो और उसकी संभव मदद की जा सके.