Bilaspur. ब्लॉक मुख्यालय में सुप्रीम कोर्ट और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों की खुलकर धज्जियां उड़ाई जा रही है. तखतपुर ब्लॉक के सकरी स्थित विनायक प्लाजा उसलापुर स्थित गोखने नाला से लगा है. यहां बिल्डर ने अपनी ऊंची पहुंच का रौब दिखाते हुए नाले को ही पाटकर जमीन को अपने कब्जे में ले लिया है. इसके चलते बारिश में नाले उफान पर आ जाता है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. टीम ने जांच में भी नाले की शासकीय जमीन पर बिल्डर का लगभग 22 डिसमिल जमीन पर अवैध कब्जा होना पाया है. फिर भी बिल्डर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
गोखने नाले का इतिहास काफी साल पुराना है और यही कारण है कि बिल्डर की इस जमीन पर कब्जा कर लेने के कारण गोखले नाले का तट काफी घट चुका है. इस वजह से यहां बारिश का पानी नाले के उपर आ जाता है.
पिछले साल भी कई घटना पानी में डूबने की वजह से देखने को मिली थी, लेकिन इतनी लंबी कार्रवाई और जांच के बाद भी न जाने कौन संरक्षण देकर ऐसे बिल्डर को नाले का शासकीय जमीन पर कब्जा दिलवा रहा है. उनके हौसलों को बुलंद कर रहा है.