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केंद्रीय स्वस्थ्य मंत्री JP Nadda से मिले तोखन साहू, बिलासपुर के लिए की AIMS की मांग

 




बिलासपुर। केंद्रीय आवासन,शहरी विकास राज्यमंत्री और बिलासपुर सांसद तोखन साहू ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगतप्रकाश नड्डा से मिलकर बिलासपुर जिले हेतु में एम्स व मुंगेली और जीपीएम के लिए नवीन मेडिकल कॉलेज की मांग की है।


उन्होंने l नड्डा का अवगत कराया के जिला मुंगेली एवं जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही, छत्तीसगढ़ में वर्तमान में कोई भी नवीन जिला मेडिकल कालेज नहीं है। यह दोनों जिले काफी पिछड़े हुये हैं तथा इन जिलों में अधिकतर आबादी अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग की है। क्षेत्र में उत्कृष्ट श्रेणी का सरकारी हॉस्पीटल न होने के कारण, असाध्य रोगों के इलाज हेतु क्षेत्र के निवासियों को रायपुर या अन्य दूरस्थ शहरों में जाना पड़ता है। इन अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति बहुल जिलों में मेडिकल कालेज खोला जाना अतिआवश्यक है। इन जिलों में राजकीय जिला मेडिकल कालेज खोलने से बहुत से क्षेत्र की जनता को बहुत से लाभ होंगे जैसेकि




क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा और स्थानीय युवाओं को चिकित्सा शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।



• इस कदम से स्थानीय रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।


मेडीकल कालेज के साथ ही एक बड़े अस्पताल का भी निर्माण होगा, जिससे स्थानीय


लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी।







स्थानीय युवाओं को चिकित्सा शिक्षा के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे शिक्षा के क्षेत्र में भी विकास होगा।


• मेडिकल कालेज और अस्पताल में कई प्रकार के कर्मचारियों की जरूरत होगी, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।








मेडिकल कालेज और अस्पताल के निर्माण से क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों में वृ‌द्धि


होगी, जिससे समग्र आर्थिक विकास होगा।


उक्त जिलों में राजकीय मेडिकल कालेजों की स्थापना से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की पिछड़े क्षेत्र के विकास की अवधारणा चरितार्थ होगी।







मैं आपका हृदय से आभारी रहूंगा यदि आप जिला- मुंगेली एवं जिला- गौरेला पेंड्रा मरवाही, छत्तीसगढ़ में एक-एक नवीन जिला मेडिकल कालेज की स्थापना के लिये अग्रिम कार्यवाही हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करने

की कृपा करेंगे।

वर्तमान में छत्तीसगढ़ में 33 जिले हैं जो की 1,35,194 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में विस्तृत है तथा राज्य की जनसंख्या लगभग तीन करोड़ है। चिकित्सा सुविधा की दृष्टिकोण से राज्य में केवल एक एम्स है जो कि राजधानी रायपुर में है। ऐसे में बिलासपुर एवं सरगुजा संभाग में लंबे समय से स्वास्थ्यगत समस्याओं को लेकर एम्स की मांग जारी है। बिलासपुर संभाग में 8 जिले एवं सरगुजा संभाग में 6 जिले शामिल है।


2. बिलासपुर छत्तीसगढ़ प्रदेश की न्यायधानी मानी जाती है। बिलासपुर एक संभाग भी है जिसमें बिलासपुर के अतिरिक्त मुंगेली जांजगीर-चांपा, सक्ति, रायगढ़, कोरबा गौरेला पेंड्रा मरवाही, सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले सम्मिलित हैं। क्षेत्र अपने मे रायगढ़, बिलासपुर और जांजगीर चांपा, कोरबा लोकसभा क्षेत्र को संभाले हुए है। इसमें कोरबा जिला आकांक्षी जिला भी है। यह क्षेत्र अनुसूचित जाति और जनजाति बहुलता वाला है। इसी प्रकार बिलासपुर संभाग से सटा हुआ है सरगुजा संभाग जिसमें वनांचल और जनजातीय बहुल सूरजपुर, जशपुर, बलरामपुर, कोरिया, मनेन्द्रगढ़ जिले सम्मिलित हैं।

3. माननीय  नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में पिछले दस वर्षों में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार एवं सुधार के लिए कई सफल कदम उठाए हैं। जिसमें 15 नवीन एम्स की स्थापना महत्वपूर्ण पहल है जिसके माध्यम से हर वर्ग को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपल्बध हुई हैं।

4. स्वस्थ भारत की मोदी की गांरटी को पूर्ण करने के लिए बिलासुर में नवीन अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), रायपुर की एक शाखा खोले जाने की जनआकांक्षा है। मध्य से उत्तर की ओर के इस पूरे क्षेत्र में चिकित्सा सुविधाओं के लिए और ज्यादा कार्य करने की आवश्यकता है।


5. मैं आपका हृदय से आभारी रहूंगा यदि आप बिलासपुर की जनता की न्यायोचित मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुये बिलासपुर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की शाखा स्थापना हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करने की कृपा करेंगे।

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