copyright

SSC CGL Preparation : English अब नहीं देगा टेंशन, आसानी से स्कोर होंगे मार्क्स, बस इन बातों का रखना होंगे ख्याल

 






Bilaspur. इमलीपारा स्तिथ का कहना है कि कॉम्पिटीशन के इस दौर में सफलता पाना कोई आसान काम नहीं है, चाहे परीक्षा किसी की भी हो। हालांकि यहां हम खासतौर पर बात करेंगे में SSC की परीक्षाओं की। ऐसी परीक्षाओं की तैयारी के लिए युवा दिन-रात एक कर देते हैं। इसके बवजूद हम किसी जरा सी चूक से असफल रह जाते हैं। एक बार असफल होने के बावजूद अपने कदमों को डगमगाने नहीं देना चाहिए। बल्कि दोबारा कोशिश में लग जाना चाहिए।









कई ऐसे छात्र होते हैं जो अन्य विषयों में अच्छा करने के बावजूद सिर्फ अंग्रेजी में पिछड़ जाते हैं। जबकि इस विषय में भी आपके पास अच्छा स्कोर करने और अपनी रैंक बेहतर करने का स्कोप है। तो आइए आज हम आपको अंग्रेजी की तैयारी के लिए कुछ खास टिप्स बताते हैं। ये प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करा रहे अंग्रेजी के विशेषज्ञ द्वारा बताए गए 

 

सबसे पहले लगभग करीब 3000 शब्दों की बेसिक वोकेब्लरी (Basic Vocabulary) जो सामान्य जीवन में प्रयोग में आते हैं, तैयार कर लें।

छोटी-छोटी अंग्रेजी की कहानियां (english stories) पढकर अर्थ निकालना और उसमें प्रयोग किए गए वोकेब और फिक्स्ड प्रीपोजिशन (fixed Preposition) पर टार्गेट करें। नोट्स बनाना बहुत ही कारगर होता है।

ग्रामर के चैप्टर्स जैसे सब वर्ब एग्रीमेंट, नाउन, प्रोनाउन (sub-verb Agreement, noun Pronoun) से शुरुआत करना अच्छा रहता है।

प्रीपोजिशन पर कम से कम 700 से 800 सवाल हल करें। इससे अच्छा बेस बनता है।

ये भी पढ़ें : SSC की तैयारी कर कैसे बन सकते हैं सब इंस्पेक्टर, जानें तरीके


ग्रामर के प्रत्येक चैप्टर पर 200 से ज्यादा सवालों की प्रैक्टिस और कम से कम तीन बार रिवीजन बहुत मददगार होगा।

रीडिंग सेक्शन जैसे पैसेज, क्लोज टेस्ट और पैराजंबल्ड वाक्य (Passages, close Test, Parajumbled sentences) का एक-एक सेट रोज प्रैक्टिस करें। इससे इन तीनों सेक्शंस में 

स्पीड और एक्यूरेसी अच्छी हो जाएगी।

पिछले सालों के सवालों की प्रैक्टिस करना बहुत ही जरूरी और मददगार होता है। आधा कोर्स होते ही एक-एक पेज हल करना शुरू कर देना चाहिए।


हमेशा स्कोर को टार्गेट करते रहें। 80% से ज्यादा स्कोर प्राप्त करने की कोशिश करनी है।

कोर्स के साथ ही 1-2 मॉक टेस्ट हर सप्ताह देना चाहिए। कोर्स पूरा होने के बाद मॉक टेस्ट देना सही रणनीति नहीं होती है। इससे विद्यार्थी प्रतियोगिता की दौड में पीछे रह जाते हैं

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.