बिलासपुर. नगर निगम और उसके ठेकेदारों की कार्यप्राणाली समझ से परे है। तकरीबन 15 दिन पहले शहर की लगभग सभी सड़कों का गड्ढा भरने के लिए पेच वर्क किया गया। गड्ढे भरने के इस काम में सामाग्री दोयम दर्जे की लगाई गई। जो वर्षा के बाद रिपयेरिंग उखड़ चुका है और फिर से सड़क के गड्ढे जानलेवा साबित हो रहे हैं। बारिश के दौरान सड़क में बने ये गड्ढे वाहन चालकों के लिए परेशानियों का सबब बन रहे हैं।
वर्षा के पूर्व नगर निगम कमिश्नर ने सभी जोन कमिश्नर और अधिकारियों की बैठक लेकर निर्देश दिया था कि शहर की ऐसी सड़कों का चयन किया जाए, जिसमें गड्ढे बन गए हैं और उसे जोन स्तर पर मरम्मत कराया जाए, ताकि बारिश के दिनों में इन गड्ढों में पानी भरने के साथ ही वाहन चालकों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। ऐसे में तेज गति से काम करते हुए पेच रिपेयरिंग कर गड्ढों को भर दिया गया। यह काम दोयम दर्जे का किया गया। परिणामस्वरुप महज दो सप्ताह में ही ये गड्ढे फिर से उभर कर सामने आ गए और इसमें पानी भरने से वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही जानलेवा भी साबित हो सकता है।
इन सड़कों पर बढ़ते जा रहे है गड्ढे
लगातार गाड़ियां चल रही है, इससे सड़क के गड्ढे बढ़ते ही जा रहे हैं और खतरनाक साबित होंगे। इनमें महाराणा प्रताप चौक से एसबीआर काजेल जाने वाले मार्ग में, व्यापार विहार स्मार्ट रोड सड़क में पेट्रोल पंप के पास, श्रीकांत वर्मा मार्ग मोड़, कुदुदंड मुख्य मार्ग, नूतन चौक सेंट्रल लाइब्रेरी के पास, टेलीफोन एक्सचेंज रोड, सिंधी कालोनी रोड, तालापारा, अशोक नगर सरकंडा मुख्य मार्ग, दयालबंद रोड आदि प्रमुख है।
जोन स्तर पर सड़कों की मानिटरिंग करने के निर्देश भी नगर निगम आयुक्त अमित कुमार ने सभी जोन कमिश्नर को दिए हैं, लेकिन पेचवर्क कराने के बाद इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसकी वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यदि जल्द ही गड्ढे नहीं भरे गए तो दुर्घटना से इन्कार नहीं किया जा सकता है।
सड़कों का पेचवर्क कराया गया था, यदि फिर से गड्ढे हो गए हैं, तो संबंधित से जानकारी लेकर गड्ढों को भरने का निर्देश दिया जाएगा।