बिलासपुर. रेलवे में यात्रियों को डिजिटल तकनीक से कैशलेश ट्रांसजेक्शन की सुविधा को बढ़ाया जा रहा है। पारदर्शी लेन-देन के लिए क्यूआर कोड ट्रांजेक्शन सरल एवं सुरक्षित होता है। इसी कड़ी में डिजीटल पेमेन्ट को बढ़ावा देने एवं यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मंडल के सभी स्टेशनों के टिकट काउंटरों पर क्यूआर कोड डिस्प्ले मशीन की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इसके तहत बिलासपुर मंडल के 81 स्टेशनों के सभी आरक्षित एवं अनारक्षित टिकट काउंटरों में क्यूआर कोड डिवाइस उपलब्ध कराये जा रहे हैं। बिलासपुर, रायगढ़, कोरबा, अकलतरा, जांजगीर-नैला, चांपा, सक्ति, खरसिया, ब्रजराजनगर, उसलापुर, पेंड्रारोड, शहडोल, उमरिया, अम्बिकापुर सहित 45 प्रमुख स्टेशनों पर क्यूआर कोड स्थापित किए जा चुके हैं। शेष सभी स्टेशनों पर क्यूआर कोड मशीन तीव्र गति से स्थापित किए जा रहे हैं।
मंडल के प्रमुख स्टेशनों पर खानपान स्टाल, एक स्टेशन एक उत्पाद के तहत संचालित स्टाल एवं अन्य सभी प्रकार के स्टाल पर डिजीटल पेमेन्ट के लिए क्यूआर कोड के माध्यम से भुगतान की व्यवस्था पहले से उपलब्ध है। अब तक आरक्षित टिकट काउंटरों पर यूपीआई से डिजीटल भुगतान की सुविधा उपलब्ध थी। रेलवे टिकट काउंटरों पर यात्रियों को भुगतान करने की प्रकिया को और सरल करते हुए भी क्यूआर कोड डिवाइस की व्यवस्था की गयी है द्य यात्रीगण क्यूआर कोड के माध्यम से भुगतान कर कम से कम समय में आसानी से रेल टिकट प्राप्त कर सकेंगे।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री अनुराग कुमार सिंह ने बताया कि यह पहल यात्रियों को डिजिटल भुगतान की आसान सुविधा प्रदान करेगी और कैशलेस लेनदेन में मदद करेगी, साथ ही इससे चिल्हर की समस्या का भी समाधान मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह कदम डिजिटल इंडिया के उद्देश्य को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है और यात्री सुरक्षा और सुविधा को सुनिश्चित करने के लिए रेलवे प्रशासन की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
एटीवीएम व यूटीएस ऑन मोबाइल एप जैसी सुविधाएं भी रेल यात्रियों को बिना लाइन लगे त्वरित यात्रा टिकट दिलाने के साथ ही साथ आसान डिजिटल भुगतान सुविधा सहित चेंज/खुल्ले पैसे आदि की दिक्कतों से राहत दिलाने के लिए शुरू की गई है। सभी यात्रियों से आग्रह है कि इन सुविधाओं का अधिकाधिक लाभ उठायें और अपनी यात्रा को सुगम व आसान बनायें।