Bilaspur. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कुर्सी एक बार फिर डोलती नजर आ रही है. उत्तर प्रदेश की राजनीति में इन दिनों एक के बाद एक नए-नए मोड़ आ रहे है. कभी सीएम की कुर्सी पर संकट होता है, कभी संगठन और सत्ता के बीच तनाव, तो कभी अपने ही पार्टी के लोगों का विरोध. प्रदेश की राजनीति इन दिनों लगातार हिचकोले खा रही है. अब एक बार फिर सीएम योगी की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है.
दरअसल, योगी आदित्यनाथ को लेकर एक सर्वे सामने आया है. सी-वोटर के इस सर्वे में जनता से सवाल किया गया. सर्वे में जब लोगों से पूछा गया कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को बीजेपी हटाने की तैयारी में है तो इस पर 42 प्रतिशत लोगों ने हां में जवाब दिया. वहीं 28.6 प्रतिशत लोगों काम मानना है कि सियासी गलियारे में इस बात की चर्चा है. जबकि 20.2 प्रतिशत लोगों ने इस बात से इनकार कर दिया.
सर्वे में नुकसान के कारण को लेकर भी सवाल किया गया. 49.3 प्रतिशत लोगों ने बेरोजगारी और महंगाई को कारण बताया. वहीं 22.2 प्रतिशत लोगों ने संविधान बदलने के आरोप को जिम्मेदार बताया.
लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश बीजेपी को हुए नुकसान की जिम्मेदारी के सवाल पर 28.3 प्रतिशत लोगों ने राज्य के नेताओं को इसका जिम्मेदार माना. 21.9 प्रतिशत लोगों ने केंद्रीय नेतृत्व को वजह बताया तो 18.8 प्रतिशत लोगों ने पार्टी संगठन को इसका जिम्मेदार ठहराया.