बिलासपुर। हाईकोर्ट ने बस्तर में अज्ञात बीमारी से आदिवासी लड़की की मौत के मामले में संज्ञान लिया है। चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा की डिवीजन बेंच ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जगदलपुर को शपथ पत्र में लड़की की मौत का कारण बताने परीक्षण रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। मामले की अगली सुनवाई 11 सितंबर 2024 को रखी गई है।
प्रकरण के अनुसार रविवार को बस्तर जिले में सरकारी आवासीय विद्यालय की कक्षा 5 की एक छात्रा की अज्ञात बीमारी से मृत्यु हो गई, जबकि 10 अन्य भी मौसमी बीमारियों से पीड़ित हैं। डॉक्टरों की एक टीम ने छात्रावास का दौरा किया और स्वास्थ्य जांच कर रही है। दो लड़कियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस संबन्ध में मीडिया में प्रकाशित खबर पर कोर्ट ने संज्ञान लिया।
बस्तर से लगभग 45 किलोमीटर दूर स्थित बकावंड ब्लॉक में कोलावल गर्ल्स हॉस्टल में आदिवासी लड़की अंजना कश्यप बुखार से पीड़ित थी। उसको दो दिनों से सिरदर्द और मतली की शिकायत भी थी। जनजातीय विभाग के अतिरिक्त आयुक्त गणेश सोरी के अनुसार, यह संदेह था कि वह डेंगू या मलेरिया से पीड़ित थी, लेकिन उसकी परीक्षण रिपोर्ट नकारात्मक आई। हालांकि कुछ और बच्चे भी बीमार हैं। उनका टायफाइड परीक्षण कराया गया, जिसकी रिपोर्ट नहीं आई है।