New Delhi. बीजेपी और आपने के बीच आई दूरियों को लेकर संघ पहली बार खुल कर कहा है. लोकसभा चुनाव के दौरान ही यह चर्चा थी की दोनों के बीच सबकुछ ठीक नहीं है. संघ ने इस बार खुद को चुनाव की रणनीति में खुद को भाजपा से अलग रखा. जिसका यह नतीजा हुआ की बीजेपी सीटों पर सिमट गई. अब इस बात की पुष्टि खुद आरएसएस ने की है. दरअसल, 1और 2 सितम्बर को बीजेपी और संघ के बीच बैठक हुई थी. इस बैठक को लेकर संघ ने माना है की बीजेपी और उसके बीच कुछ समस्याएं हैं, लेकिन उसने उन्हें ‘पारिवारिक मामला’ बताया। साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कहा कि विवाद की जो भी वजहें हैं, उन्हें बैठकर सुलझा लिया जाएगा।
इस बैठक को लेकर संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेडकर ने कहा कि बीजेपी से संघ का पुराना है. दोनों की विचारधारा एक ही है. आरएसएस को बने हुए अब सौ साल होने वाले है. यह एक लंबी यात्रा है. उन्होंने बताया कि बैठक में अहम् मुद्दों पर बात हुई, साथ ही भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के बीजेपी को अब संघ की जरुरत नहीं वाले बयान पर चर्चा हुई. उन्होंने बताया कि इसके कारण आरएसएस के कैडर में उत्साह की कमी आई थी. इसे बातचीत करके हल कर जाएगा. साथ लोकसभा चुनाव में बीजेपी के प्रदर्शन पर भी संघ ने अपने विचार रखे है.