बिलासपुर. निगम में वित्त गड़बड़ी पर अब तक किसी अधिकारी का ध्यान गया नहीं. कई आईआईएस आए उनका तबादला भी हो गया लेकिन इस मामले की मॉनिटरिंग की सुध किसी ने नहीं ली. दरअसल, शहर के ठेकेदार निगम में लेबर सप्लाई कराने का रिकॉर्ड शो कर रहे है. लेकिन उनके पास लेबर भी नहीं है. फिर 1370 श्रमिको के नाम पर हर माह निगम के अकाउंट से भुगतान किए जा रहे 1 करोड़ 80 लाख रुपये जा कहां रहे है .
कैसे हुआ था मामला उजागर.
जब यहाँ आईआईएस यशवंत कुमार आयुक्त थे तब पूरा मामला उजागर हुआ था. उनके द्वारा शहर स्वछता की मॉनिटरिंग के लिए ेंइंजीनियरों और अफसरों की ड्यूटी लगाई थी. तब वे गाँधी चौक के पास सफाई का जाएजा ले रहे थे, तब उनके द्वारा ठेकेदार को फटकार लगाई. उस समय ठेकेदार दो लेबरों को लेकर पहुंचा. उसके बाद जब वे सरकंडा में मॉनिटरिंग के दौरान भी ठीकेदार उन्हीं लेबरों को लेकर पहुंचा. उन्होंने दोनों को पहचान लिया और उस समय के ईई से सवाल किया कि क्या ठेकेदार इन्ही दो लेबर के भरोसे ठेका चला रहा क्या उसके पास और लेबर नही है.