बिलासपुर. सिम्स के पूर्व डीन के के सहारे के काले कारनामे किसी से छुपे नहीं है. पद पर रहते हुए बड़े बड़े घोटाले करने के आरोप उनपर लगे हुए है. जिसके जांच के आदेश मंत्री श्याम बिहारी जैसवाल ने दे दिए है. उनको ये भी गुमान था कि उन्हें कोई हटा नहीं सकता. लेकिन स्वस्थ मंत्री श्याम बिहारी जैसवाल को उनको हटाने में आधे घंटे भी नहीं लगे. आयुष्मान घोटाला, उपकरण खरीदी घोटाला, नियुक्ति घोटाला समेत कई गड़बड़ियों को उन्होनें अंजाम दिया था. जिसमे खबर ये आ रही कि उनको पुलिस कभी भी हिरासत में ले सकती है.
लेकिन बीते दो दिनों से सिम्स का माहौल तनावपूर्ण ही बना हुआ है. जिसके जिम्मेदार भी के के सहारे ही है. जानकरी अनुसार वो, डॉक्टर बंजारे, स्वघोषित नेता शक्ति बघेल, स्वस्थ कर्मी दरस मानिकपुरी और कुछ छठे हुए बदमाश सिम्स डीन के चेंबर के बहार पहुंचे. के के सहारे इस समय कहीं से भी डॉक्टर नजर नहीं आ रहे थे. उनकी हरकते किसी कहते हुए गुंडे के तरह थी. वो पूरी तरह से गुंडागर्दी पर उतारू थे. उन्होंने डीन की नाम प्लेट निकलकर फेंक दी और अपनी नेम प्लेट लगा दी. उनका तर्क था कि कोर्ट ने उनकी बर्खास्ती पर रोक लगा के रखी है. उनके साथ आए लोगो ने डीन, डीन प्रभारी और स्वस्थ मंत्री के खिलाफ अपशब्दों का भी प्रयोग किया. उनके द्वारा नारा भी लगाया गया गब्बर ईज बैक. पद से हटा देने के बाद अब वे गुंडागर्दी से पद हासिल करना चाहते है. इस हरकत पर उनको खिलाफ उक्त धाराओं में केस दर्ज होना चाहिए.