गुडगाँव. हरियाणा में अब तक के रुझानों से ये स्पष्ट हो गया है कि राज्य में तीसरी बार बीजेपी की सरकार बनाने जा रही है. ऐसा करने वाली ये पहली पार्टी होगी. जाट वर्सेज नॉन जाट का फार्मूला इस बार भी हिट रहा, लेकिन इस ट्विस्ट साथ. बीजेपी ने इस जाट वोटों में भी सेंध लगा दी. लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से बीजेपी को हरियाणा में कोई बीस सीट से ज्यादा देने को तैयार नहीं था. लेकिन सबको चौंकाते हुए भारतीय जनता पार्टी यहाँ लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है.
इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी बिलकुल नई रणनीति के साथ उतरी. लोकसभा चुनाव में मिली सफलता से उत्साहित कांग्रेस इसको भांपने में बिलकुल नाकाम रही. बीजेपी ने नॉन जाट वोटों को साधा. SC वोट को आपने आपने पाले में लाने को कामयाब रही. वहीँ जाटों का तबका जो कांग्रेस को छोड़ INLD और JJP को वोट देता है, उस ताबके में सेंधमारी कर चौंका दिया.
इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का मैनेजमेंट इतना साधा हुआ था कि 22 नई सीटें वो अपने पाले में लाने को कामयाब रही. इनमें 9 सीटें जाट बहुल बागड़ और देशवाल बेल्ट में बीजेपी ने आपने वोट को बरक़रार रखा और पिछले चुनाव में जीतीं सीटों को फिर से जीत लिया. इसके अलावा पंजाबी और शहरी बहुल जीटी रोड बेल्ट को एक्सपर्ट्स बीजेपी की कमजोर कड़ी मान रहे थे, लेकिन बीजेपी ने वहां भी 7 नई सीटें जीती हैं. वहीँ जाट बेल्ट में कांग्रेस को झटका देते हुए बीजेपी ने नई सीटों को जीत लिया