बिलासपुर. नगर निगम के अतिक्रमण शाखा के ठेकाकर्मियों को इंतजार था की दिवाली में उनके पेमेंट का भुगतान कर दिया जाएगा. लेकिन ऐसा होत हुआ दिखाई नहीं पड़ रहा है. इसका कारण यह है कि ठेकेदार और अफसरों का दाबी फार्मूला. जिसके कारण हर बार कर्मियों को पेमेंट को लेकर परेशान होना पड़ता है. वे इन अफसरों और ठेकेदारों की बाट जोहते है.
आखिर सवाल यह है कि जिन ठीककर्मियों को अवैध अतिक्रमण हटाने, मवेशी पकड़ने जैसा खतरनाक काम दिया जा रहा है. उनकी श्रमिकी पर कुंडली मार कर कौन बैठा हुआ है. अफसर इसकी मॉनिटरिंग क्यों नहीं कर रहे है. उससे भी ताज्जुब बात यह है कि निगम जैसी संस्था में शासन प्रशासन द्वारा तय पारिश्रमिक के बजाय महज 9230 रुपये का भुगतान कियाबज रहा है। इतना ही नही इसमे भी अनुपस्थिति और फर्जी एडवांस दर्शा रसूखदार ठेकेदार उनके मेहनताने का पैसा तक डकार दे रहे।