बिलासपुर. शहर तेजी से विकास कर रहा है. सीएम- डिप्टी सीएम नए-नए प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण कर रहे हैं. इन प्रोजेक्ट्स की गुणवत्ता का कितना ध्यान रखा जा रहा है, उसका पता इस बात से ही लगाया जा सकता है कि पुराना बस स्टैंड में बन रहे करोड़ों के गार्डन में कैसे काली मिट्टी की जगह नाली के कचरे का उपयोग किया जा रहा है. इसपर न नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव की नजर है और न ही निगम कमीशन ध्यान जा रहा है. इंजिनियर और ठेकेदारों की मिली भगत से चल रहे इस खेल पर तत्काल लगाम लगनी चाहिए. इन्हें हाई कोर्ट का भी डर नहीं है. स्मार्ट सिटी बिलासपुर के पास पैसों की कमी नहीं है . बाद में जो बिल बनेगा वो काली मिट्टी का ही बनेगा. जनता के टैक्स के पैसों का ऐसा दुरूपयोग भ्रष्टाचार की परिकाष्ठा है.
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