Bilaspur. सांई माऊली पारिजात एक्सटेंशन कालोनी में कार्तिकोत्सव के अवसर पर नित्य नये नये धार्मिक कार्यक्रम सम्पन्न हो रहे हैं। दिनांक 12 नवम्बर को काकड़ आरती के समय सुबह 5.30 बजे ही देव उठनी /हरि प्रबोधिनी एकादशी भी जोर शोर से ढोल नगाड़े बजा कर मनाई गई
इस अवसर पर सांई नाथ का विठ्ठल रूप में श्रृंगार किया गया जो अति मनभावक लग रहा थ। श्लोकों व मंत्रों के साथ शंख घंटा मंजीरे ढोल बजा कर भगवान को उठाया गया।ओम नमो भगवते वासुदेवाय ओम् नमो भगवते सांई नाथाय के गजर से पूरा सांई माऊली परिसर गूंज उठा। सभी को श्रीमती वैशाली पराते व श्रीयुता पालेकर द्वारा गोपाल कृष्ण के दर्शन कराए गए. पश्चात साईबाबा को जगाने हेतु आवाहन प्रार्थना की गई. ढोल, ताशे, शंखध्वनि के साथ विठ्ठल नाम का गजर किया गया. उसके पश्चात आजकी काकड़ आरती की गई जिसमें पंढरी नाथ महाराज की आरती गाई जाती है. इसके बाद श्रीमती वैशाली भूरंगी, श्रीमती कामिनी पांडे , श्री अनिरुद्ध वर्तक द्वारा भजन गाए गए. श्रीमती मानसी अग्रवाल और अनुराधा द्वारा सांई नाथ की चंवर डोला कर सेवा की गई। आरती सामूहिक रूप से श्रीमती नीलिमा वेलणकर, श्री शिरीष राचलवार, श्रीमती सोनल पात्रिकर द्वारा की गई. वादन में साथ कुमार आरव भूरंगी, श्री दिलीप पात्रिकर एवं श्री प्रतुल काले द्वारा की गई. ॐ नमो भगवते वासुदेवाय के गजर में सारे भक्त मग्न हो गए. सेंकडो की संख्या में सांई भक्त पूरे माह की कांकड़ आरती का आनन्द उठा रहे हैं। एकादशी के कारण आज फलाहारी प्रसाद ही वितरित किया गया। प्रतिदिन दशविधस्नान हेतु रखें जल का स्पर्श कर सभी भक्त कार्तिक स्नान के पुन्य प्राप्त कर रहे हैं।