बिलासपुर. सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू को इन दिनों भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ने प्रभारी बनाकर चार जिलों की कमान सौंप है जहां उन्हें पार्टी के संगठन को मजबूती देने और चुनावी अभियान की कार्ययोजना तैयार कर उसे अमलीजामा पहनाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है।
प्रभारी बनाए जाने के बाद से ही तोखन लगातार अपने प्रभार के क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं और विभिन्न स्थानों पर संगठनात्मक बैठक लेकर न केवल पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से संवाद स्थापित कर रहे हैं बल्कि चुनावी सभाओं को संबोधित कर क्षेत्र में पार्टी को मजबूती देने का काम भी बखूबी कर रहे हैं। तोखन की मौजूदगी का असर इन चारों विधानसभाओं पर ऐसा हुआ है की बड़ी संख्या में स्थानीय नेताओं और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं और प्रभावशाली राजनेताओं ने कांग्रेस तथा झारखंड मुक्ति मोर्चा से नाता तोड़कर भाजपा का हाथ थाम लिया है।
बड़े नेताओं और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के लगातार पार्टी छोड़े जाने से तोखन के प्रभाव वाली चारों विधानसभा सीटों में झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस पार्टी के लिए नई चुनौतियां भी सामने आ गई हैं। गौरतलब हो कि श्री साहू का संगठनात्मक और चुनावी अनुभव काफी लंबा है। इसी अनुभव का इस्तेमाल श्री साहू झारखंड विधानसभा चुनाव के अपने अभियान में भी कर रहे हैं। पंच और सरपंच से लेकर पहले विधायक बने और फिर संसद बनकर मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में दायित्व का निर्वहन कर रहे श्री साहू पर पार्टी ने भरोसा जताया है और लगातार उन्हें विभिन्न जिम्मेदारियां भी सौंप रही है।
*चुनावी चौपाल में उमड़ती भीड़ ने बनाया भाजपा के पक्ष में माहौल*
संगठनात्मक बैठक लेने और दूसरी पार्टी के नेताओं को भाजपा में शामिल करने के अलावा केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन पार्टी के प्रत्याशियों के समर्थन में चारों विधानसभा क्षेत्र के अलग-अलग इलाकों में जाकर चुनावी जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं। रैली तथा रोड शो में भी हिस्सा लेकर भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने का काम लगातार करने में तोखन सक्रिय हैं। इसी का नतीजा है कि चतरा, लातेहार, मनीका और सिमरिया समेत उनके प्रभाव क्षेत्र की चारों विधानसभाओं में बड़ी संख्या में तोखन साहू की रैलियां और रोड शो में आम जनता की भीड़ उमड़ रही है तथा पार्टी के प्रत्याशियों के पक्ष में माहौल बनता दिखाई दे रहा है। अपनी रैली में तोखन झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस गठबंधन की सरकार के कार्यकाल के दौरान हुए भ्रष्टाचार के विरोध में जमकर हल्ला बोलते नजर आ रहे हैं। ताबड़तोड़ हमलों से उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भ्रष्टाचार के आरोपों में घेर कर गठबंधन में शामिल दोनों पार्टियों के बड़े नेताओं के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं।
भुसाढ़, प्रखंड चंदवा, लातेहार, चंदवा मुख्य बाजार अरमानिका विधानसभा के विशुबांध , ग्राम रेवतकला में श्री तोखन ने मंगलवार 5 नवंबर को अलग-अलग चुनावी सभा और रैली को संबोधित किया। इस मौके पर लातेहार और चतरा क्षेत्र के कांग्रेस-झामुमो कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में पार्टी छोड़ भाजपा में प्रवेश किया। उन्होंने रैली में शामिल भीड़ से भाजपा के प्रत्याशियों के पक्ष में वोट देने की अपील करते हुए हेमंत सोरेन और कांग्रेस - झामुमो गठबंधन सरकार पर जमकर हमले किए। तोखन ने इस दौरान ये भी कहा की कांग्रेस - झामुमो की गठबंधन सरकार ने जिस भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है, चतरा - लातेहार समेत पूरे झारखंड की जनता भ्रष्टाचारी सरकार को चुनाव में करारा जवाब देने को आतुर बैठी है। उनकी करतूतों, प्रदेश की जनता से किए धोखे का सबक उन्हें आने वाले चुनावों में खुद झारखंड का वोटर सिखाएगा।