Bilaspur. सांई माउली कार्तिकोत्सव के अन्तर्गत होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में गुरु कृपा भजन मंडली पारिजात एक्सटेंशन द्वारा भजन संध्या का शानदार आयोजन। अपने ही सांई माऊली परिवार के सदस्यों ने अपनी ही भजन मंडली के सदस्यों का आत्मीय और भावभीना स्वागत किया। बिलासपुर की ख्याति प्राप्त गायिका। श्रीमती वैशाली भुरंगी के निर्देशन में भजनों की प्रेक्टिस की गई।
मराठी, हिन्दी और छत्तीसगढ़ी भाषा में भजनों की प्रस्तुति दी गई। स्वयं वैशाली भुरंगी द्वारा रचित भजनों ने भजन संध्या में चार चांद लगा दिये। आयोजकों ने सांई माऊली को बहुत सुन्दर सजाया था। सर्वप्रथम सांई नाथ के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर गणेश वंदना के साथ कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। तबले पर बाल कलाकार आरव भुरंगी व मंजीरा वादक प्रतुल काले व हारमोनियम पर श्रीमती वैशाली भुरंगी ने शानदार संगत दी।
गुरूकृपा भजन मंडली के गायक कलाकार हैं --- श्रीमती वैशाली भुरंगी, श्रीमती नीलिमा वेलणकर, श्रीमती कविता करंजगावकर,, श्रीमती अरुणा काले, श्रीमती मंजीरी खर्डेनविस, श्रीमती सीमा जोशी, सुश्री आरती घोरपडे, श्रीमती अल्का गुप्ता, श्रीमती प्रीती जोशी, श्रीमती रेखा लिमये, श्रीमती वर्षा शिल्लेदार, श्रीमती नीलिमा देशकर, श्रीमती वीना अग्रवाल।
कार्यक्रम का निरुपम श्रीमती प्रीती जोशी द्वारा किया गया तथा कार्यक्रम का संचालन श्रीमती संध्या शुक्ला द्वारा किया गया. कार्यक्रम में सौभाग्यशाली भक्तों को श्री दीलीप पात्रिकर जी द्वारा प्रसाद स्वरूप बाबा के वस्त्र प्रदान किये गये. प्रस्तुत भजनों में कुछ प्रमुख भजन-- 1. तुज मागतो मी आता मज ध्यावे एकदंता 2. सुबह सुबह ले शिव का नाम 3. माझे पुण्या फळा आले आज मी दत्तगुरू पाहिले 4. आली कुठून शि कानी ताल मृदुंग चि धून 5. आई भवानी तुझ्या कृपेने तारसी भक्तांना 6. अजब होली खेले हमारे भोले बाबा 7. मोला बड़नीक लागे दाई तोरे अंचरा के छंईया 8. गजाननाचे च्या अद्भुत लीला कलेला 9. तूने सांई मुझे सारी दुनिया दिखाई।अंत में श्रीमती कौस्तुभी पालेकर के भजन और आरती प्रसाद के साथ कार्यक्रम की समाप्ति हुई। सभी कलाकारो को साई माऊली की ओर से सन्मानीत किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सांई माऊली परिवार और साई भक्तों का भरपूर सहयोग रहा।