बिलासपुर. वैद्यशाला आयुर्वेद चिकित्सा एवं पंचकर्म संस्थान अरपा पुल के पास, मेन रोड, नेहरू चौक बिलासपुर में निशुल्क प्रकृति परीक्षण किया जा रहा है। 26 नवम्बर से 25 दिसम्बर के मध्य आयुष मंत्रालय
भारत सरकार का अतिविशेष अभियान देश का प्रकृति परीक्षण अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के द्वारा आयुष विभाग (आयुर्वेद) को घर-घर पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके तहत आयुष मंत्रालय द्वारा 4,79000 स्वयंसेवकों की मदद ली जा रही है। प्रकृति परीक्षण करके जनसामान्य को उनके स्वास्थ्य संबंधी जानकारी भी निःशुल्क दी जा रही है।इसके द्वारा वात-पित्त-कफ का निर्धारण करने स्वस्थ एवं रोगी व्यक्ति उत्पने स्वास्थय को अधिक. बेहतर बना सकते हैं। शरीर की भौतिक, रसायनिक एवं अध्यात्मिक क्रियाओं को सुधारकर न सिर्फ शारीरिक अपितु मानसिक कार्यशक्ति में वृद्धि की जा सकती है। इससे पाचन, श्वसन, प्रजनन, तंत्रिका तंत्र, मूत्रवह, रक्त रह आदि संस्थानों की क्रियाओं को नियमित किया जा सकता है।
आधुनिक परिवेश में होने वाले
खान-पान, रोग, जीवनशैली में बदलाव भी व्यकृति परीक्षण द्वारा किया जा सकता है। आयुर्वेद एक चिकित्सा विज्ञान है, जहां हजारों वर्ष पूर्व कई शोध- अनुसंधान कर शास्त्रों की रचना की गई है। वैद्यशाला में
बिलासपुर एवं निकटस्थ ग्रामीण अंचल, नगरवासियों, पेंशनरों, शिशु बच्चों, पुरुष - स्त्रीयों, वृद्धों, विद्यार्थियों सभी का प्रकृति परीक्षण पूर्णतः निशुल्क किया जा रहा है। प्रतिदिन अधिक से अधिक जनमानस इसका लाभ भी ले रहे हैं। प्रत्येक व्यक्ति का पंजीयन आयुष मंत्रालय में हो रहा है जिससे आने वाले समय में कई योजनाओं का लाभ भी मिलेगा। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में आयुर्वेद को भी अतिशीघ्र शामिल किया जा सकता है। सभी प्रकृति-परीक्षण कराने वालों को एक विशेष प्रमाण-पत्र भी आयुष मंत्रालय द्वारा दिया जा रहा है। समापन के पहले (25 दिसम्बर) जनमानस से वैद्यशाला संस्था ने प्रकृति परीक्षण कराने का आग्रह किया है।