Bilaspur. गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा दयालबंद में सिख धर्म के दसवें गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी के लखते जिगर साहिबजादे की याद में शहीदी हफ्ता 22 तारीख से लेकर 27 तारीख तक मनाया जा रहा है जिसमें लाड़ीवार पाठ श्री सुखमणि साहिब जी का एवं शाम का विशेष दीवान बच्चों द्वारा सजाया जा रहा है जिसमें शब्द कीर्तन सिमरन पाठ कराया जा रहा है और उन शाहिद बच्चों की कुर्बानियों को सत नमन किया जा रहा है
श्री गुरु गोविंद सिंह जी का सारा परिवार सिख धर्म की हित के लिए कुर्बान हो गया था उनके पिता श्री गुरु तेग बहादुर जी दिल्ली के चांदनी चौक में हिंदू धर्म को बचाने के लिए शहीद हुए उनके बड़े पुत्र बाबा अजीत सिंह जी एवं बाबा जुझार सिंह जी चमकौर की गड़ी में शहीद किए गए एवं छोटे साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह सरहद की दीवारों में जिंदा चिड़वा दिए गए उनकी शहादत देखकर माता गूजरी जी भी अपने शरीर का त्याग कर देते हैं
इन कुर्बानियों को सच्ची श्रद्धांजलि एवं नमन करने के लिए गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा द्वारा दिवस जिसमें बच्चों को रंगभरो प्रतियोगिता अपठित गद्यांश निबंध लेखन कैलीग्राफी जैसे विभिन्न कार्यक्रम करवाया गया शहादत को याद करते हुए 4 साल से लेकर 20 साल तक के बच्चों द्वारा नाम सिमरन चौपाई साहिब का पाठ किया गया जिसमें 150 से अधिक बच्चों ने भाग लिया इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सभी सदस्य कार्यरत रहे