बिलासपुर। बिजली खंभों पर लगे हुए केबल के जाल के कारण दुर्घटनाओं की आशंका पर हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेकर सुनवाई शुरू की है। कोर्ट ने विद्युत वितरण कंपनी को शपथपत्र के साथ बताने को कहा है कि यह स्थिति क्यों है और सुधारने के लिए क्या कर रहे हैं।मामले की अगली सुनवाई 16 जनवरी को रखी गई है।
बिलासपुर में शहर के विस्तार के साथ ही साथ कालोनियों और मुख्य मार्गों पर केबलों का भी जाल नजर आता है। विद्युत वितरण कंपनी ने उपभोक्ताओं के घरों तक बिजली पहुंचाने के लिए लगाए खंभों में केबल और इंटरनेट कंपनी का कब्जा हो गया है। इन खंभों में बिजली तार से कहीं अधिक दूसरे केबल और इंटरनेट के तार लगे हुए हैं, जो शहर की सुंदरता को खराब कर रहे हैं। केबल के कारण कई बार जानलेवा हादसे भी हो चुके हैं। केबल में करंट लगने से कुछ माह पहले एक बिजली कर्मचारी की मौत भी हो चुकी है।इसके बाद भी शहर के अधिकांश स्थानों में केबल तारों को व्यवस्थित नहीं किया जा रहा है।
सोमवार को सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस की डिवीजन बेंच ने कहा कि खंभों पर तारों के गुच्छे लटक रहे हैं। कोर्ट ने पूरे प्रदेश में स्थिति सुधारने के लिए उपायों पर रिपोर्ट देने कहा है। याचिका में मुख्य सचिव , उर्जा सचिव , सचिव नगरीय प्रशासन , बीएसएनएल , एमडी सीएसपीडीसीएल, कलेक्टर, कमिश्नर नगर निगम बिलासपुर, अधीक्षण यंत्री सीएसपीडीसीएल, को पक्षकार बनाया गया है।