बिलासपुर। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के डायरेक्टर की ओर से गुरुवार को हाईकोर्ट में शपथपत्र के साथ जवाब प्रस्तुत किया गया। इसमें बताया कि एनएच क्रमांक 130 की मरम्मत कराई जा रही है। साथ ही जहां से सड़क पर मवेशी आने के आशंका है, रोकने के लिए वहां किनारे बैंबू फेसिंग और गड्ढे (ट्रेंचिंग) बनाकर मवेशियों को रोकने के प्रयास की जानकारी दी।एनएच पर संकेतक भी लगाए जाएंगे।
एनएच खराब होने, मवेशियों की भीड़ और संकेतक न होने के कारण दुर्घटनाओं पर हाईकोर्ट ने संज्ञान लेकर सुनवाई शुरू की है। गुरुवार को चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा और जस्टिस रविन्द्र कुमार अग्रवाल की बेंच में सुनवाई हुई। एनएच की ओर से शपथपत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग के द्वारा सड़क दुर्घटना में कमी लाने के लिए किया जा रहे उपाय के बारे में जानकारी दी गई। कोर्ट कमिश्नर ने बेंच में सड़क दुर्घटनाओं में 2023 की अपेक्षा 2024 में 10 प्रतिशत की वृद्धि होने की जानकारी दी गई। इस पर कोर्ट ने राष्ट्रीय राजमार्ग अथॉरिटी को दुर्घटनाओं में कमी लाने के उपाय करने के निर्देश दिए। अगली सुनवाई 24 मार्च 2025 को तय की गई है।
बता दें कि 17 नवंबर 2024 को हुई सुनवाई में राष्ट्रीय राजमार्ग अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने शपथपत्र में कहा था सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं और सड़क दुर्घटना में किसी भी तरह की जनहानि की संभावना को दूर करने के लिए हर संभव सावधानी और एहतियात बरती जा रही है।